नई दिल्ली: राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections) में अपने विधायकों में टूट से रोकने के लिया कांग्रेस (Congress) ने कदम उठाना शुरू कर दिया है। पार्टी ने अपने 28 विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर भेज दिया है। ज्ञात हो कि, कांग्रेस ने हरियाणा से उम्मदीवार अजय माकन की जीत को सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी विधायकों को मंगलवार शाम पांच जोड़ी कपडे के साथ दिल्ली बुलाया था।
नहीं पहुंचे तीन विधायक
कांग्रेस के हरियाणा विधानसभा में 31 विधायक हैं। वहीं अजय माकन को जितने के लिए 30 सदस्यों का समर्थन चाहिए। कांग्रेस के लिए जीत बेहद आसान है, लेकिन हुड्डा सरकार में मंत्री रहे विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा के निर्दलीय उम्मीदवार बनने से माकन के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। भाजपा और जजपा ने शर्मा को अपना समर्थन घोषित कर दिया है।
कोई नाराज नहीं, जल्द जुड़ेंगे
बिश्नोई समेत तीन विधायकों के नहीं पहुंचने पर जवाब देते हुए सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, “कोई विधायक नाराज नहीं है। सभी विधायक वहां (छत्तीसगढ़) जाएंगे। मैं बीजेपी से कहना चाहता हूं कि वह अपने हरियाणा के विधायकों को सुरक्षित रखें।” वहीं हरियाणा प्रभारी विवेक बंसल ने कहा, “28 विधायक ‘चिंतन और प्रशिक्षण शिविर’ के लिए जा रहे हैं। 28 विधायकों में से विधायक किरण चौधरी और दो अन्य भी बाद में हमसे जुड़ेंगे।”
भाजपा-जेजेपी विधायकों का विश्वास उठा
हुड्डा ने कहा, “वे शिवर में शामिल होंगे। जहां तक राज्यसभा चुनाव की बात है तो संख्या कांग्रेस विधायक दल की ताकत से ज्यादा होगी। बीजेपी को जजपा और निर्दलीय विधायकों का ध्यान रखना चाहिए जो उनका समर्थन कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी सरकार को डरना चाहिए, उनका समर्थन करने वाले कुछ विधायकों का सरकार पर से विश्वास उठ गया है। वे अपने झुंड को एक साथ रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम 100% आश्वस्त हैं।”
विधायकों के क्रॉस वोटिंग की चिंता
कांग्रेस आलाकमान को अपने विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की आशंका सता रही है। उन्हें खबर मिली है कि, अपने बेटे की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूर्व मंत्री कांग्रेस विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। शर्मा के पार्टी के एक दर्जन से ज्यादा विधायकों से बेहद अच्छे संबंध है। पार्टी के नेता और पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा कार्तिकेय शर्मा के ससुर हैं, जिसके कारण पार्टी बेहद सतर्क है।