परिवार को बचाने के लिए खुद जासूस बनी महिला, पुलिस को सौंपे सबूत
मेरठ: मेरठ निवासी एक महिला ने अपने और परिजनों के खिलाफ दर्ज हुए कातिलाना हमले के मुकदमे में जासूसों की तरह खुद ही छानबीन की और सबूत जुटाए। महिला के दिए तमाम साक्ष्य को पुलिस ने अपनी जांच में शामिल कर लिया है और इनकी सत्यता भी प्रमाणित हो गई है। अब पुलिस एफआर लगाने की कार्रवाई पूरी कर चुकी है।
लिसाड़ी गेट निवासी मोहम्मद गुलजार की बेटी आफिया का निकाह सद्दीकनगर निवासी आशिकीन के साथ 29 जुलाई 2020 को हुआ था। दहेज को लेकर विवाद हुआ और तीन बार पंचायत हुई। आफिया के मुताबिक, 11 लाख रुपये और कार मांगी गई। वह नवंबर में मायके आ गई। एक दिसंबर 2020 को आशिकीन को गोली लग गई। घटना के दो माह बाद आशिकीन पक्ष ने आफिया, उसके भाई राजा व खान, पिता गुलजार व अफरोज पर गोली मारने का मुकदमा लिसाड़ी गेट थाने में दर्ज करा दिया।
आफिया ने ऐसे किया खुलासा
आफिया ने नया मोबाइल नंबर लेकर अपने पति से बातचीत शुरू की। चार-पांच बार व्हाट्सएप पर मैसेज से बात की। इसी दौरान आशिकीन ने खुलासा किया कि वह दूसरी युवती से निकाह करने वाला है और पत्नी को तलाक दे रहा है। एक वॉयस रिकॉर्डिंग भी आशिकीन ने आफिया को भेजी, जिसमें उसने खुद बताया कि परेशान होकर खुद को ही गोली मार ली थी।
पुलिस को सौंपी रिकॉर्डिंग और सबूत
आफिया ने वॉयस रिकार्डिंग और सबूत को एसपी सिटी विनीत भटनागर को दिया। पुलिस ने आशिकीन का मोबाइल चेक किया। इनके स्क्रीन शॉट और पूरी चैट हिस्ट्री पुलिस ने सुरक्षित कर जांच में शामिल किया है। आला अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई। इसके बाद, अब आफिया पक्ष पर पुलिस कार्रवाई रुक गई है। एसपी सिटी ने बताया कि महिला की ओर से जुटाए गए साक्ष्य प्रथम दृष्ट्या सही पाए गए हैं। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया को साक्ष्य की जांच और मुकदमे में निगरानी के लिए जिम्मेदारी दी है।