आज PM मोदी का बिहार दौरा, जमुई से साधेंगे झारखंड-महाराष्ट्र, करेंगे 6640 करोड़ की योजनाओं का अनावरण
पटना : आज शुक्रवार 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार जमुई से झारखंड एवं महाराष्ट्र जैसे चुनावी राज्यों को साधेंगे। प्रधानमंत्री आज बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित एक समारोह में भाग लेने के लिए बिहार आएंगे। आज PM मोदी राज्य की राजधानी से लगभग 200 किलोमीटर दूर जमुई जिले के एक सुदूर गांव में 2021 से मनाये जा रहे “जनजातीय गौरव दिवस” के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। देखा जाए प्रधानमंत्री का एक सप्ताह से भी कम समय में बिहार का यह दूसरा दौरा है।
इससे पहले उन्होंने बीते बुधवार को राज्य के उत्तरी क्षेत्र के प्रमुख शहरों में से एक दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी थी। जमुई की सीमा झारखंड से लगती है, जहां विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री के दौरे पर उत्साह व्यक्त किया। पासवान दो बार जमुई से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख पासवान ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “मेरी कर्मभूमि रही, भगवान महावीर की पावन धरती “जमुई” आगमन पर जमुई की जनता की ओर से देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी का हृदय से स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं।प्रधानमंत्री जी का जमुई वासियों से विशेष स्नेह रहा है और जमुई के प्रियजनों ने भी प्रधानमंत्री जी को खूब आशीर्वाद और समर्थन दिया है। जमुई में प्रधानमंत्री जी का यह तीसरा दौरा है।”
आज तय कार्यक्रम के अनुसार, PM मोदी सुबह करीब 11 बजे बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्के और डाक टिकट का अनावरण करेंगे। इसके बाद वे प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के तहत निर्मित 11,000 घरों के गृह प्रवेश में भी भाग लेंगे।
इसके साथ ही PM मोदी आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल पहुंच बढ़ाने के लिए पीएम-जनमन के तहत शुरू की गई 23 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीएजेगुआ) के तहत अतिरिक्त 30 एमएमयू का भी उद्घाटन करेंगे।
वहीं प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों की देखरेख करने के लिए जमुई में मौजूद जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने बताया कि, “माननीय प्रधानमंत्री 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वे आदिवासी समुदायों के समृद्ध इतिहास और विरासत को संरक्षित करने के लिए दो आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालयों और दो आदिवासी शोध संस्थानों का भी उद्घाटन करेंगे”।
गौरतलब है कि, आदिवासी समुदायों के समृद्ध इतिहास और विरासत का दस्तावेजीकरण करने और उसे संरक्षित करने के लिए वे मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और जबलपुर में दो आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालयों और श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर और गंगटोक, सिक्किम में दो आदिवासी अनुसंधान संस्थानों का भी उद्घाटन करेंगे।