प्रो. संजय द्विवेदी को ‘टॉप रैंकर्स एक्सीलेंस अवॉर्ड’
भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक हैं प्रो. द्विवेदी
नई दिल्ली, 17 जून। भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी को टॉप रैंकर्स मैनेजमेंट क्लब द्वारा मीडिया शिक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए ‘टॉप रैंकर्स एक्सीलेंस अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया है। मॉरीशस गणराज्य की उच्चायुक्त श्रीमती शांति बाई हनुमानजी, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस बीपी सिंह और जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज के निदेशक श्री एके बाजोरिया ने नई दिल्ली के होटल ली-मैरेडियन में आयोजित 22वीं नेशनल मैनेजमेंट समिट में प्रो. द्विवेदी को यह सम्मान दिया। इस अवसर पर नई दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के चेयरमैन श्री वी एम बंसल, केरमाइन एनर्जी के चेयरमैन डॉ. एके बाल्यान एवं टॉप रैंकर्स मैनेजमेंट कंसल्टेंट्स के प्रबंध निदेशक श्री वीएसके सूद भी उपस्थित थे।
प्रो. संजय द्विवेदी देश के प्रख्यात पत्रकार, मीडिया प्राध्यापक, अकादमिक प्रबंधक एवं संचार विशेषज्ञ हैं। डेढ़ दशक से अधिक के अपने पत्रकारिता करियर के दौरान वह विभिन्न मीडिया संगठनों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं। प्रो. द्विवेदी माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के प्रभारी कुलपति भी रहे हैं। वह कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर में पत्रकारिता विभाग के संस्थापक अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
प्रो. द्विवेदी वर्तमान में भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई), पुणे की सोसायटी एवं गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हैं। वह महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा; विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन; मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद एवं असम विश्वविद्यालय, सिलचर के ‘बोर्ड ऑफ स्टडीज’ के सदस्य हैं।
राजनीतिक, सामाजिक और मीडिया के मुद्दों पर उनके 3000 से ज्यादा लेख विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने 32 पुस्तकों का लेखन एवं संपादन किया है। वह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा अनुमोदित शोध पत्रिकाओं ‘कम्युनिकेटर’ एवं ‘संचार माध्यम’ के प्रधान संपादक हैं। प्रो. द्विवेदी ‘राजभाषा विमर्श’ एवं ‘संचार सृजन’ के प्रधान संपादक तथा ‘मीडिया विमर्श (त्रैमासिक)’ के मानद सलाहकार संपादक भी हैं। मीडिया क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।