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ई-भारत मार्केट पोर्टल पर दुकान खोलने व्यापारी अपना पंजीयन करवाए- अग्रवाल

रायपुर: कन्फेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के द्वारा होटल आदित्य मे व्यापार कल आज और कल विषय पर प्रदेश कार्यकारिणी व जिला ईकाईयों की आयोजित बैठक व दीपावली मिलन समारोह मे उपस्थित सदस्यो को संबोधित करते हुए कैट के वाइस चेयरमेन बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आने वाला समय ई- मार्केट का होने वाला है। लोग आनलाईन शॉपिग करना चाहते है।

उन्होने कहा कि आज कोई बाजार कोई जाना नहीं चाहता है। सभी अमेजान फ्लिपकार्ट जैसी आनलाईन के पोर्टल से शॉपिग कर रहे। जो कि विदेशी कम्पनियां है। कैट ने ई-भारत मार्केट पोर्टल लांच किया है। हम सभी व्यापारियों को इस पोर्टल पर अपनी दुकान खोलने हेतु रजिस्ट्रेशन करवाना चाहिए। जिससे कि ई-भारत मार्केट पोर्टल विश्व की सबसे बड़ा आनलाईन शॉपिंग पोर्टल बन सके। कैट के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खण्डेलवाल ने कहा कि देश में 8 करोड़ व्यापारी हैं, जो लगभग 40 करोड़ लोगों को रोजगार देते है। वर्ष में लगभग 115 लाख करोड का व्यापार करते हैं। जिसमें से देश के लगभग 6 प्रतिशत व्यापारियों को ही बैंक से लोन मिलता है। शेष 94 प्रतिशत व्यापारी अन्य किसी माध्यम से व्यापार के लिए लोन लेता है। उन्होनें आगे कहा कि हमें अपनी व्यापार में डिजीटल तकनीक का उपयोग किया जाना चाहिए जैसे कि फेसबुक एवं व्हाट्सअप आदि। जीएसटी व्यापारियों की सबसे बड़ी समस्या है जीएसटी, व्यापारियों पर लगने वाले सभी कानूनों की दोबारा समीक्षा कर कानूनों को कम करना, विभिन्न प्रकार के लाइसेन्स के स्थान पर एक लाइसेन्स करना चाहिए।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने कहा कि पहले विश्व का 2 तिहाई व्यापार भारत से होता था इसलिए भारत को सोने की चिडि?ा कहा जाता था। उस जमाने में भारत में निर्मित स्वदेशी वस्तुओं की मांग बहुत अधिक थी। पहले व्यापार व्यापारी के अनुसार होता था लेकिन आज जमाना बदल गया है अब व्यापार ग्राहकों के अनुसार हो रहा हैं। पूरा सिस्टम बदल गया है। उन्होनें आगे महिलाओं को महिला उद्यमिता अभियान के ध्वजवाहक बने और देश में महिलाओं की आर्थिक एवं सामजिक सुरक्षा के सशक्त पैरोकार बने वहीं विदेशी कंपनियों से देश के व्यापार को बचाने के लिए ई कॉमर्स को अपनाने में कोई संकोच न करे और इसमें महिलाओं को अवश्य प्रमुखता दें। महिलाएं घर की जिम्मेदारी भी पूरी करेंगी और व्यापार एवं उद्योग भी चलाएंगी, यह अद्भुत क्षमता केवल महिलाओं में ही है।

कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि कैट सी.जी. चैप्टर प्रदेश में विगत 4 वर्षो से कार्यरत है। इस अल्प समय में ही प्रदेश में लगभग 250 से अधिक व्यापारिक संगठनों ने (कैट) की सदस्यता ग्रहण कर ली है, जिनके माध्यम से प्रदेश के 6 लाख से अधिक व्यापारी एवं उद्योग संगठन से जुड चुके है। कैट सी.जी. चैप्टर ने विगत 4 वर्षो से छत्तीसगढ राज्य के व्यापारियों हितों में कार्य करती आ रही है। कैट मुख्यालय दिल्ली से निर्देशित व्यापारिक हितों की जानकारी प्रदेश के सभी व्यापारियों को देकर उन्हे जागरूक करती आ रही है। कैट सी.जी. चैप्टर ने प्रदेश के व्यापारियो संगठन उद्योग संगठनो के साथ मिलकर राज्य शासन के बीच एक सेतु कार्य करती है, जिसमें व्यापारियों एवं राज्य शासन के बीच सांमज्य बनी रही रहे। कैट सी.जी. चैप्टर ने करोना काल में जरूरतमंदो लोगो राशन, चरणपादुका, मास्क एवं बच्चों को आनलाईन पढ़ाई हेतु मोबाईल का वितरण कर अपने सामाजिक दायित्व को भी पूरा किया है। इन 4 वर्षो मे कैट सी.जी. चैप्टर ने पूरे प्रदेश में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना ली है।

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