जामताड़ा जिले को जोड़ने वाली क्षतिग्रस्त पुल पर आवगमन शुरू
धनबाद: धनबाद एवं जामाताड़ा जिले को जोड़ने के लिए बराकर नदी पर बजरा घाट के पास लगभग दस वर्ष पूर्व पुल का निर्माण किया गया था। वह पुल पिछले समय भारी बारिश के कारण एक अक्टूबर को अचानक क्षतिगस्त हो गया और पुल के बीच का एक पिलर क्षतिगस्त हो नीचे धस गया जिसके कारण पुल बीच से नीचे की ओर दबा हुआ महसूस होने लगा। पुल के क्षतिगस्त होने की सूचना जिला प्रशासन तक पहुंची और आनन फानन में पुल पर आवागमन बंद किया गया। पुल की स्थिति का जायजा लेने जिला से प्रशासन की टीम भी इंजिनियर के साथ मौके पर पहुंची और पुल का मुआयना करने के बाद तत्काल पुल पर आवागमन बंद करने का निर्णय लिया गया। एवं जिला प्रशासन व अंचलाधिकारी के निर्देश पर पुल पर आवागमन बंद करने के लिए पुल के दोनों छोर के मुहाने पर जेसीबी मशीन के सहारे ट्रैंच कटिंग करते हुए वाहनों के आवागमन को पूरी तरह बंद कर दिया गया। बाद में राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल धनबाद की ओर से पुल के पास एवं गोबिन्दपुर साहेबगंज मुख्य सड़क किनारे बिनोद चौक के पास लोगों की सुविधा के लिए क्षतिगस्त पुल के बारे में सावधान करते हुए सूचनात्मक बोर्ड लगाया गया।
जिसमें अगले आदेश तक आवागमन बंद रहने की सूचना दी गई है। परंतु कुछ दिनों बाद ही प्रशासन द्वारा किए गए गढ्ढे को एक कोने में भराई करते हुए क्षतिगस्त पुल पर ही लोगों ने आवागमन शुरू कर दिया है जो काफी खतरनाक साबित हो सकता है। सूत्रों की मानें तो बजरा घाट से अवैध बालू कारोबार धड़ल्ले से चलता है। बजरा बालू घाट से रोजाना सैकड़ों ट्रक बालू अवैध रूप से उठाव किया जाता है। बालू घाट के डाक नही होने के कारण राज्य सरकार को रोजाना लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगाया जाता है। पुल के क्षतिगस्त होने एवं आवागमन बंद होने से अवैध बालू कारोबार पर भी बुरा असर पड़ा जिसके कारण जामताड़ा जिले का बालू धनबाद जिला क्षेत्र में नहीं आ पा रहा था। कुछ दिनों बाद ट्रैंच कटिंग की अवैध भराई करते हुए आवागमन शुरू कर दिया गया। वर्तमान में दो पहिया चार पहिया वाहनों को पुल पर आवागमन करते देखा जा सकता है।