
लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह): मुख्यमंत्री योगी व उनकी टीम-11 के दिन रात जुटने के बावजूद कोरोना महामारी से निपटने में कुछ अधिकारी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। यूपी में बढ़ते कोरोना संक्रमितों के आकंडों को देखते हुए अब योगी सरकार ऐसे अफसरों के खिलाफ एक्शन में आ गई है। प्रदेश के दो मुख्य चिकित्साधिकारियों व एक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का कोरोना संक्रमण के समय में प्रशासनिक व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित न कर पाने तथा स्थानीय स्तर पर मिली शिकायतों के कारण प्रशासनिक आधार पर तबादला कर दिया गया है।
मथुरा और बुलंदशहर के सीएमओ और आगरा के सीएमएस का तबादला हुआ
स्थानांतरित किए गए मुख्य चिकित्साधिकारियों में मथुरा के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. शेर सिंह को प्रधानाचार्य आरएफपीटीसी मुरादाबाद बनाया गया है। उनके स्थान पर प्रधानाचार्य आरएफपीटीसी मुरादाबाद के पद पर तैनात डा. संजीव यादव को लाया गया है। जबकि बुलंदशहर के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. केएन तिवारी को ट्रामा सेंटर, जिला चिकित्सालय मुरादाबाद में वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर भेजा गया है। उनके स्थान पर उसी पद पर तैनात डा. भवतोष शंखधर को बुलंदशहर का सीएमओ बनाया गया है। इसी तरह आगरा के एसएन मेडिकल कालेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एसपी जैन का तबादला करते हुए उन्हे जिलाधिकारी आगरा के कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है और उनके स्थान पर ट्रामा सेंटर जिला चिकित्सालय मुरादाबाद में वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर तैनात डा. वीपी पुष्कर को तैनाती दी गई है।
सीएम योगी खुद संभाल रहे कोरोना के खिलाफ कमान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य में कोरोना नियंत्रण की कमान स्वयं संभाल रहे है। इसके बावजूद यूपी के 75 जिलों में से 74 में कोरोना संक्रमण दस्तक दे चुका है। हाल ही में उन्होंने आगरा, कानपुर और मेरठ में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर कड़ा रूख अख्तियार करते हुए शासन के वरिष्ठ आईएएस अफसरों को कैंप करने का आदेश दिया थां। इन आईएएस अधिकारियों के साथ एक आईपीएस और एक वरिष्ठ चिकित्साधिकारी को भी इन तीन जिलों में कैंप करके स्थिति को नियंत्रित करने को कहा गया था।