यूपी के परिवहन निगम ने 2 माह में ढाई लाख बसों की जांच की, 3.30 करोड़ राजस्व जुटाया
लखनऊ। यूपी के परिवहन निगम ने सक्रियता बढ़ाकर न सिर्फ बड़े पैमाने पर राजस्व की चोरी को रोका है, बल्कि करोड़ों का अतिरिक्त राजस्व जुटाने का दावा किया है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, अप्रैल से मई के बीच परिवहन निगम की विभिन्न जांच टीमों के द्वारा कुल 249028 बसों की जांच की गई, जिसमें कुल 8445 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए एवं 214.45 टन बिना बुक भार पकड़ा गया। कार्रवाई में कुल 3.30 करोड़ रुपए प्रशमन शुल्क वसूला गया।
यूपीएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि प्रवर्तन टीम द्वारा नियमित बसों की जांच की जाती है और गलत पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के मुताबिक प्रवर्तन द्वारा जांच अभियान समय-समय पर आगे भी किया जाता रहेगा, जिससे कि बिना टिकट यात्री एवं बिना बुक भार वाहन को रोका जा सके।
प्रबंध निदेशक यूपीएसआरटीसी ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के टाटा सूमो दल मुख्यालय नियंत्रित यातायात अधीक्षकों द्वारा पूरे प्रदेश में माह अप्रैल एवं माह मई में क्रमश: 19741 एवं 17286 बसों की चेकिंग की गई। चेकिंग के दौरान क्रमश: 1131 एवं 1275 यात्री बिना टिकट पकड़े गए, जबकि बिना बुकिंग 40025 एवं 32350 भार का वाहन किया जा रहा था। ब्रेथ एनलाइजर द्वारा क्रमश: 4635 एवं 3593 बसों की चेकिंग की गई।
एमडी यूपीएसआरटीसी ने बताया कि टाटा सूमो दल के अतिरिक्त यातायात अधीक्षकों की इन्टरसेप्टर टीम ने माह अप्रैल में 11164 बसों की जांच की गई, जिसमें 573 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए और 15500 किग्रा बिना बुक किया गया भार पकड़ा गया। वहीं मई में 17125 बसों की जांच की गई एवं 1109 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पाए गए, जबकि 32350 किग्रा बिना बुक भार पकड़ा गया। इसी प्रकार क्षेत्रीय दल द्वारा माह अप्रैल एवं माह मई में क्रमश: 92599 एवं 91113 बसों की चेकिंग की गई। जांच में क्रमश: 2057 एवं 2300 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए एवं 86500 किग्रा व 74325 किग्रा बिना बुक भार पकड़ा गया।