पंजाब

ट्रिपल मर्डर केस : मुख्य आरोपी ने पूछताछ दौरान किए अहम खुलासे

खरड़ : खरड़ स्थित ग्लोबल सिटी के अंदर ट्रिपल मर्डर केस की वारदात संबंधी मामले में गिरफ्तार किए गए इस खौफनाक कत्लकांड के मुख्य आरोपी लखवीर सिंह लक्खा ने पूछताछ के दौरान कई अहम खुलासे पुलिस के सामने किए हैं, जिससे साफ जाहिर है कि आरोपी लक्खा और उसका फरार साथी राम स्वरूप उर्फ गुरप्रीत सिंह बंटी आपराधिक किस्म के हैं।

पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने पिछले साल जब उसका भाई सतवीर सिंह खरड़ की ग्लोबल सिटी में घर बना रहा था तो उसने घर से 18 लाख रुपए की
नगदी चुराई थी। घर से इतनी बड़ी रकम गायब होने का पता चलते ही परिवार ने पहले तो अपने स्तर पर इसकी जांच जारी रखी लेकिन कोई सुराग न मिलने पर इसकी शिकायत पुलिस को दी। इससे लखवीर सिंह डर गया, जिसके चलते उसने खुद घर वालों के सामने चोरी की बात कबूल ली। उसने बताया कि उसने खरड़ में एक कमरा किराए पर ले रखा है, वहां पर ही उसने पैसे छुपा रखे हैं।

परिवार वालों ने जब उस पर दबाव डाला तो उसने बताया कि वह इस रकम में से डेढ़ लाख रुपए का एक मोबाइल खरीद चुका है। इस तरह उसने बाकी की रकम अपने घर वालों को वापस कर दी थी। उसकी इस हरकत के कारण उसके माता-पिता, भाई सतवीर सिंह व भाभी अमनदीप कौर काफी खफा हुए थे। क्योंकि लखबीर सिंह इसी दौरान शराब पीने का आदि भी हो चुका था जो अपने घर वालों को कहने पर भी कोई काम करने के लिए राजी नहीं हो रहा था।

भाभी का गला घोंटा, भाई पर कस्सी से किया वार
एक दिन अवसर पाकर जब मां-बाप गांव गए हुए थे तो उसने पीछे से उसने अपने भाई के घर पहुंच कर भाभी अमनदीप कौर का गला एक दुपट्टे के साथ घोंटकर उसे पंखे के साथ लटका दिया। इसके बाद दोनों आरोपी सतवीर सिंह के ड्यूटी से लौटने का इंतजार करने लगे जैसे ही सतवीर सिंह घर पहुंचा तो लखवीर ने अपने भाई को अपनी बातों में उलझा लिया। इसका फायदा उठाकर दूसरे आरोपी ने सतवीर सिंह के सिर में कस्सी मार उसे वहीं पर ढेर कर दिया। आरोपी ने बताया कि सतवीर सिंह को मारने के लिए पहले किसी लोहे की तेज नुकीली चीज द्वारा उसे पर हमला करने की उनकी योजना थी लेकिन एन मौके पर रामस्वरूप घर की छत से एक कस्सी ढूंढ लाया जिससे उसने इस घटना को अंजाम दिया।

बच्चे की मासूमियत के आगे पसीजा कातिल चाचा का मन तो साथी ने नहर में फैंक दिया
आरोपी लखबीर सिंह 2 वर्ष के अपने भतीजे अनहद सिंह को मारना नहीं चाहता था लेकिन दूसरे आरोपी रामस्वरूप को उनके बच्चे की वजह से पकड़े जाने का डर सता रहा था इसलिए उसने बच्चे को नहर में फैंकना चाहा। आरोपी लखवीर सिंह के बार-बार मना करने पर भी उसने बहाने से अनहद सिंह को उससे लेकर अचानक नहर के अंदर जिंदा ही फैंक दिया। देखते ही देखते मासूम पानी के अंदर समा गया।

कातिल के अपने ही झूठ ने उसे कर दिया बेनकाब
परिवार के तीनों सदस्यों को खत्म करने के बाद रामस्वरूप ने सतवीर सिंह के घर के अंदर से 80000 कैश, अमनदीप कौर की एक डायमंड व सोने की अंगूठी भी चुराई थी लेकिन उसने लखबीर सिंह को सिर्फ यही बताया था कि उसे तो घर में से सिर्फ 40000 ही मिले हैं। यह कहते हुए उसने उसे रकम का आधा बनता हिस्सा 20000 लखवीर सिंह को दे दिए। वारदात के बाद आरोपी लखवीर सिंह अपने माता-पिता के पास गांव पंधेर, धनौला, जिला बरनाला चला गया। जबकि रामस्वरूप सतवीर सिंह की कार लेकर वहां से फरार हो गया। इस पर घरवालों ने खुद लखवीर सिंह को पुलिस के हवाले कर दिया।

दोनों लाशों, जिंदा भतीजे सहित सारे सबूत फैंक दिए थे नहर में
आरोपी ने माना कि उसने भाई सतवीर सिंह व उसकी पत्नी अमनदीप कौर को मौत के घाट उतारने के बाद उनकी लाशों को ठिकाने लगाने के लिए अंधेरा होने के बाद रोपड़ स्थित रंगीलपुर नहर के पास पहुंचा और सतवीर व अमनदीप की लाशों समेत सतवीर के दो एप्पल मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, घर में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे की डी.वी.आर. नहर में फैंक दिए।

कामकाज ही नहीं करना तो इतना महंगा फोन क्या करना, यह कहकर भाई ने वापस लिया था। आरोपी लखबीर सिंह कम्प्यूटर डिग्री होल्डर है उसका भाई सतवीर सिंह उसे अपने साथ सॉफ्टवेयर प्रोफैशनल के रूप में सैटल करने के लिए हमेशा कोशिश करता रहता था लेकिन उसने किसी की भी बात न मानी। भाई के आग्रह के बावजूद वह उसकी तरक्की व उसके साथ उसके परिवार को खुश देख जलता रहता था। उसे फालतू में इधर-उधर घूमता देख उसके भाई सतवीर सिंह ने पिछले महीने वही महंगा मोबाइल फोन उसे यह कहकर ले लिया कि जब उसने कोई कामकाज ही नहीं करना तो इतना महंगा फोन अपने पास रखने की क्या जरूरत है। इसी वजह के कारण लखवीर सिंह के मन के अंदर अपने भाई व भाभी दोनों के खिलाफ खटास पैदा हो गई जिसके परिणाम स्वरूप उसने दोनों को खत्म करने की अपने साथी रामस्वरूप से मिलकर साजिश रचनी शुरू कर दी।

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