नई दिल्ली : धार्मिक और विवादास्पद मुद्दों पर पार्टी सांसदों और नेताओं की बयानबाजी से परेशान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी सांसदों को सख्त निर्देश दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, जेपी नड्डा ने आज पार्टी के सभी सांसदों के साथ ऑनलाइन बैठक में इस तरह की बयानबाजी पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्ट शब्दों में पार्टी सांसदों को यह निर्देश दिया कि वे धार्मिक और विवादास्पद मुद्दों पर बयान न दें। उन्होंने कहा कि इस तरह के मुद्दों पर अगर जरूरत पड़ी तो पार्टी की तरफ से अधिकृत प्रवक्ता ही बयान देंगे।
नड्डा ने इस ऑनलाइन बैठक में हाल ही में सुर्खियों में आए बागेश्वर धाम का जिक्र करते हुए कहा कि जिन सांसदों की आस्था बागेश्वर धाम में हैं, वे वहां जाएं लेकिन इस पर बेवजह बयानबाजी न करें।
नड्डा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सनातन धर्म से जुड़े मामले हो या धर्म से जुड़े धार्मिक मामले, यह जिनका विषय है उन्ही को इस पर बोलना चाहिए। राजनीतिक लोगों का इन विषयों पर बोलने का क्या मतलब है, उन्हें इस पर बयान नहीं देना चाहिए और न ही इस तरह के मामलों में पड़ना चाहिए। भाजपा अध्यक्ष द्वारा सांसदों को दिए गए इस निर्देश को पार्टी के अन्य बयानवीर नेताओं के लिए भी एक चेतावनी के रूप में माना जा रहा है।
पार्टी सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्र को दोहराते हुए सांसदों को फिर से यह याद दिलाया कि पार्टी और सरकार का मंत्र -सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास है और सभी को इसी अनुरूप काम करना चाहिए।
बताया जा रहा है कि बैठक में नड्डा ने 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर स्थानीय स्तर पर संगठन के साथ मिलकर बूथ और शक्ति केंद्रों को मजबूत करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने सभी सांसदों को भारत सरकार के बजट की खूबियों और राष्ट्रपति के अभिभाषण में शामिल उपलब्धियों को जनता तक प्रेस कांफ्रेंस या अन्य जन संवाद कार्यक्रमों के जरिए पहुंचाने को भी कहा। बैठक में सांसद खेल स्पर्धा सहित पार्टी द्वारा दिए गए अन्य कार्यक्रमों को भी समय से पूरा करने की हिदायत सांसदों को दी गई।