उत्तर प्रदेशराज्य

मनचलों से परेशान किशोरी ने फंदा लगाकर दी जान, स्कूल आते-जाते आरोपी करते थे परेशान

कन्नौज: भले ही यूपी सरकार बहन-बेटियों से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई का ढिंढोरा पीटती हो लेकिन हकीकत इससे कोशों दूर है। जमीनी पर मनचलों को सरकार का कोई खौफ नहीं है। तभी तो आए दिन बहन बेटियों के साथ रेप, हत्या, मर्डर, छेड़छाड़ आदि की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इसी तरह का एक मामला प्रदेश के कन्नौज जिले से सामने आया है। जहां मनचलों की छेड़छाड़ व किसी लड़के से बात करने का वीडियो वायरल करने की धमकी से भयभीत किशोरी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मां की तहरीर पर तीन युवकों पर आत्महत्या दुष्प्रेरण की रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।

थाना ठठिया के गांव निवासी 14 साल की किशोरी ने गांव के बाहर आम के पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस को मृतका की मां ने रोते हुए बताया कि उसकी पुत्री हाईस्कूल की छात्रा थी। वह जब स्कूल जाती तो चार मनचले युवक उसके पीछे पड़ जाते और रास्ते में उसके साथ छेड़छाड़ करते। जब वह विरोध करती तो उसका एक लड़के से बात करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दिया करते थे। इससे वह बहुत परेशान रहती थी। उसने यह बात घर में बताई थी। कई बार उसने भी युवकों को किशोरी का पीछा करने से रोका था। उन्हीं लड़कों से परेशान होकर पुत्री ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

बीते दिनों एक और किशोरी ने मनचलों से परेशान होकर किया था सुसाइड
चित्रकूट में शोहदों की छेड़छाड़ से परेशान और पुलिस के कार्रवाई न करने से आहत किशोरी ने 23 जून की शाम फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि कई बार पुलिस से गुहार लगाई, तहरीर भी दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि थाने पहुंचे मां-बाप से पुलिसकर्मियों ने मारपीट भी की।

जिले के थानों की पुलिसिया कार्यशैली को उजागर करती यह घटना मऊ थानांतर्गत एक गांव की है। यहां की निवासी महिला ने बताया कि उसकी सोलह वर्षीया बेटी कक्षा 10 की छात्रा थी। वह कमलाकर इंटरमीडिएट कालेज शंकरगढ़ (प्रयागराज) में पढ़ती थी। वह साइकिल से गांव से लगभग 10 किमी दूर कालेज पढ़ने जाती थी। आरोप लगाया कि उसके सजातीय रंगीलाल और मुन्नीलाल पुत्रगण द्वारिका प्रसाद उसकी बेटी से छेड़खानी करते थे। दोनों भाई उसे कालेज आते जाते समय भी परेशान करते थे। इसकी उसने कई बार थाने में शिकायत भी की पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

पुलिसिया कार्रवाई से मायूस और शोहदों की हरकतों से क्षुब्ध होकर 23 जून की शाम उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की गुहार की है। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि दोनों आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मुख्य आरोपी रंगी लाल को गिरफ्तार कर लिया गया है, दूसरे आरोपी की भी जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

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