किसान नहीं उनके नाम पर दलाली करने वाले परेशान: सीएम योगी
मुजफ्फरनगर में रविवार को हुई किसानों की महापंचायत को लेकर बिना किसी का नाम लिए सीएम योगी ने विपक्षी नेताओं पर हमला बोला। हिन्दुस्तान की ओर से वाराणसी में आयोजित पूर्वांचल सम्मान समारोह में सीएम योगी ने कहा कि किसानों के लिए आजादी के बाद पहली बार सबसे ज्यादा काम हुए हैं। केंद्र की तरफ से कृषि सिंचाई योजना हो या प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि या खेती किसानी के क्षेत्र में तकनीक को बढ़ाने के तमाम काम हुए। जिन्हें यह काम पसंद नहीं वो लोग किसानों को मोहरा बनाकर गुमराह कर रहे हैं। आज किसान परेशान नहीं है। किसानों के नाम पर दलाली करने वाले लोग परेशान हैं।
सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले किसान आत्महत्या कर रहे थे लेकिन हमारी सरकार आने के बाद आत्महत्याएं बंद हैं। हमारी सरकार बनने के बाद आत्महत्या का कारण पता किया तो मालूम हुआ कि किसानों को लागत नहीं मिल रही है। क्रय केंद्र नहीं चल रहे हैं। सबसे पहले सरकार ने किसानों के कर्ज माफी का काम किया। पहली बार किसानों से सीधे क्रय करने और उनका दाम सीधे उनके एकाउंट में देने का काम किया गया।
राकेश टिकैत के आरोपों पर सीएम योगी ने कहा कि गन्ना किसानों का सबसे ज्यादा बकाया हम लोगों ने दिया। रमाला चीनी मिल बंद होने के कगार पर थी, हमारी सरकार ने नई लगवाई। सपा-बसपा ने बंद चीनी मिलों को बेच दिया था। हम लोगों ने बंद चीनी मिलों को चलाने का काम किया है। चीनी मिलें केवल गन्ना पेरने तक सीमित न रहें, उसका भी प्रयास किया। चीनी मिलों को एथनाल प्लांट लगाने की अनुमति दी। 2021-2022 तक की 84 फीसदी तक के गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया गया है। नया सीजन आने तक भी उनका मूल्य मिल जाएगा।
मुलायम सिंह पर बिना नाम लिये हमला
मुलायम सिंह यादव का बिना नाम लिये सीएम योगी ने कहा कि धरती पुत्र आए और बेदखल हो गए। किसानों के लिए कुछ नहीं किया। बाण सागर परियोजना मोरारजी के समय से लटकी थी। आज पूरी होने जा रही है। हजारों किसानों को इसका लाभ होगा। अब्बा जान के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री ने राममंदिर का शिलान्यास किया था। कुछ लोग उसके खिलाफ थे। लोग बोलते थे कि परिंदा पर नहीं मार सकता। कुछ लोग उस समय गोली चला रहे थे। उस समय वोट बैंक की जो राजनीति हुई, वह नहीं होती तो इतना खून खराबा नहीं होता। आपको मुस्लिम वोट चाहिए लेकिन अब्बा जान से परेशानी है। जनता को इनकी वास्तविकता का पता चल गया है। जो लोग राम कृष्ण को नकारते थे अब कहते हैं कि वह हमारे हैं।
काशी को दिया जा रहा है नया कलेवर
अयोध्या आंदोलन और विश्वनाथ मंदिर को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि अब किसी आंदोलन की जरूरत नहीं है। महात्मा गांधी ने जब काशी विश्वनाथ आए तो वहां की गंदगी देखी थी, उसी गंदगी को दूर करने का प्रयास हो रहा है। काशी की आत्मा को बरकरार रखते हुए नया कलेवर दिया जा रहा है। काशी ही नहीं अयोध्या, मथुरा-वृंदावन, विंध्य आदि को बढ़ाया जा रहा है। यूपी सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहा है। विदेशियों को आकर्षित करने के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि पारंपरिक आयोजनों को नया रूप दिया जा रहा है। काशी में देवदीपावली के अवसर पर क्या देशी और क्या विदेशी, काशी में उस दिन एक करोड़ से ज्यादा लोग आए थे। प्रयागराज का कुंभ, बरसाना का रंग उत्सव, अयोध्या की दीपावली को सरकार लगातार आगे बढ़ा रही है।
गांव में रोजगार के साथ ही व्यवस्था हो रही
गांव का अपना सचिवालय हो। गांव में ही कामन सर्विस सेंटर में ही पैसे मिल सके। इसकी व्यवस्था हो रही है। एक बैंक सखी की नियुक्ति होगी। 25 हजार ज्वाइन कर चुके हैं। ट्रेनिंग हो गई है। खेल के लेकर तमाम काम हो रहे हैं। इसी का परिणाम है कि पैरा ओलंपिक तक में हमारे खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया है। गोरखपुर में हमने जो प्रयास किया, उसका परिणाम है कि ओलंपियन में तीन हॉकी खिलाड़ी वहां से है। जीआई से जुड़े लोगों की बदहाली पर सीएम योगी ने कहा कि पहले लोगों को उत्पाद से जोड़ने का काम हुआ। यहां तक कि त्योहारों और अतिथियों को गिफ्ट में जीआई उत्पादों को ही दिया जाए। कन्नौज के इत्र को बढ़ाने के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि वहां की खुशबू को देश दुनिया में पहुंचाने का काम हो रहा है। इत्र से वहां के लोग अपनी पहचान बढ़ा रहे हैं।
हर जल योजना से शुद्ध पेयजल पहुंचा रहे हैं
आर्सेनिक और फ्लोराइड वाले पानी के सवाल पर कहा कि हर घर जल की योजना चल रही है। बुंदेलखंड में लोग बरसात के पानी पर निर्भर करते थे। वहां के सात जनपदों में हर घर जल की योजना पूरी हो गई है। तीन हजार गांवों में फ्लोराइड और आर्सेनिक के कारण हो रही दिक्कतों को दूर करने के लिए घर-घर नल से जल पहुंचाने के काम तेजी से हो रहा है। हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो रही है।
यूपी में ओडीओपी से बेरोजगारी दर घटी
सीएम योगी ने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद को लागू करने का परिणाम है कि बेरोजगारी की दर घटकर चार फीसदी के आसपास पहुंच गई है। कोरोना कालखंड में पहली लहर में 40 लाख प्रवासी अपने घरों को वापस आए थे। यूपी ने अपने लोगों को हाथों हाथ लिया और उनको उनके घरों तक पहुंचाया। 40 लाख लोग यूपी और 30 लाख लोग अन्य राज्यों के यहां आए थे। एक करोड़ लोगों को अन्न सुविधा उपलब्ध कराई थी। एक जिला एक उत्पाद योजना ने अलग पहचान दी है। पूरे देश में इसे लागू करने का प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान किया है। यूपी एक्सपोर्ट हब बन गया है। यह एक कल्पना थी। आज हकीकत बन चुका है। 1.20 लाख करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट कर रहा है। इसमें अभी काफी संभावनाएं हैं। यह आत्मनिर्भर भारत की योजना में भी सहभागिता बन सकता है।
दुनिया भर का निवेशक यहां निवेश कर रहा है
2017 में प्रधानमंत्री ने यहां का दायित्व सौंपा तो विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ संवाद होता था तो यहां की जनसंख्या सुनकर लोग चौंक जाते थे। और जब अर्थव्यवस्था की बात आती थी तो कहना पड़ता था कि हम छठे पर हैं। आज हर फिल्ड में काम हो रहा है। दुनिया भर का निवेशक यहां निवेश करना चाहता है। यह जो माहौल प्रदेश में देने का प्रयास हुआ है उसके पीछे कानून व्यवस्था को ठीक रखना था। पहले हर रोज दंगा होता था। आज साढ़े चार में कोई दंगा नहीं हुआ। कोराना कर्फ्यू शांति से लागू हुआ।