बदलापुर केस: आरोपी अक्षय शिंदे की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
ठाणे: ठाणे के बदलापुर नें स्कूल की मासूम बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीडन मामले को लेकर राज्य में आक्रोश देखने को मिल रहा है। सभी लोग आरोपी को जल्द से जल्द सजा ए मौत देने की मांग कर रहे है। वहीं, दूसरी तरफ आरोपी के माता-पिता ने उनके बेटे को फंसाए जाने का दावा किया है। इस बीच ठाणे की एक स्थानीय अदालत ने आरोपी को और 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी को आधारवाड़ जेल भेजा जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार, अक्षय शिंदे को न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद अदालत में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले, शिंदे को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। जिसके बाद और 26 अगस्त तक उसकी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई थी।
दो बच्चियों का यौन शौषण
बदलापुर के आदर्श विद्या प्रसारक संस्था (एवीपीएस) स्कूल में पढ़ने वाली 4 साल की दो नर्सरी की लड़कियों के यौन शौषण किया गया था। मामला सामने आने के बाद लोगों के बड़े पैमाने में विरोध प्रदर्शन किया। बदलापुर यौन शोषण मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार द्वारा मामले की जांच के लिए पुलिस महानिदेशक (आईजी) आरती सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया। जांच समिति ने प्राथमिक रिपोर्ट में स्कूल प्रशासन पर कई सवाल उठाए। मामले की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।
यौन उत्पीड़न किए जाने का मामला
बदलापुर में एक स्कूल के शौचालय में चार वर्षीय दो बच्चियों का एक पुरुष सहायक द्वारा कथित यौन उत्पीड़न किए जाने की घटना के बाद हजारों प्रदर्शनकारी मंगलवार को सड़कों पर उतर आए थे और उन्होंने बदलापुर रेलवे स्टेशन की पटरियों को अवरुद्ध कर दिया था। रेलवे स्टेशन और बदलापुर के अन्य हिस्सों में पथराव की घटनाओं में शहर पुलिस के कम से कम 25 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 72 लोगों को गिरफ्तार किया।
स्कूल प्रशासन ने किया मामले को दबाने का प्रयास
यौन शोषण की घटना के बाद राज्य सरकार द्वारा गठीतएसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया गया कि बच्चियों का कई बार यौन उत्पीड़न हुआ। लेकिन स्कूल प्रशासन ने शिकायत के बाद भी मामले को दबाने का प्रयास किया। छात्रा के प्राइवेट पार्ट में घाव होने का जिक्र भी किया गया है। जांच समिति ने यह भी कहा कि इसके बावजूद अस्पताल ने इलाज में 12 घंटे लगा दिए। आरोपी अक्षय शिंदे के बारे में माना जा रहा है कि वह आदतन अपराधी है।
मामले की जानकारी मिलने के बावजूद स्कूल प्रशासन ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए एसआईटी ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ पॉस्को के अधिनियम की अनुसूची 21 के तहत मामला दर्ज किया था।