Twitter के CEO संसदीय दल के सामने नहीं होंगे पेश
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के अधिकारी 25 फरवरी को भारत में सूचना प्रौद्योगिकी पर संदसीय समिति के सामने पेश होंगे. इसकी जानकारी खुद ट्विटर ने दी. ट्विटर ने शुक्रवार को कहा कि उसके पब्लिक पॉलिसी के वैश्विक उपाध्यक्ष कॉलिन क्रॉवेल 25 फरवरी को संसदीय समिति के सामने पेश होंगे.
ट्विटर के एक प्रवक्ता ने कहा कि सोशल या ऑनलाइन समाचार मीडिया प्लेटफॉर्म पर नागरिकों के अधिकारों को सुरक्षित रखने के ट्विटर के विचारों को सुनने के लिए आमंत्रण देने पर हम संसदीय समिति का धन्यवाद करते हैं. सरकार ने ट्विटर पर आपत्तिजनक कंटेंट और राजनीतिक पूर्वाग्रह वाले कंटेंट को अपने प्लेटफॉर्म को हटाने में सुस्त होने का आरोप लगाया था.
ट्विटर यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने और इस प्लेटफॉर्म पर राष्ट्रवादी पोस्टों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने के आरोपों पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर की अध्यक्षता में सदन के पैनल ने इससे पहले ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक डोर्सी को समन भेजा था. डोर्सी की अनुपस्थिति में क्रॉवेल 31 सदस्यीय संसदीय समिति के समक्ष ट्विटर का प्रतिनिधित्व करेंगे.
क्रॉवेल ने कहा कि हम सभी प्रकार की बातों का सामना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं क्योंकि अब हम असाधारण रूप से विविध सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक माहौल में चुनावी मौसम में प्रवेश कर रहे हैं.
ट्विटर के ऑफिस के बाहर हुआ था प्रदर्शन
बता दें हाल ही में दक्षिणपंथी संगठन यूथ फॉर सोशल मीडिया डिमोक्रेसी के सदस्यों ने ट्विटर के ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. उनका आरोप था कि ट्विटर ने ‘दक्षिणपंथ विरोधी रुख’ अख्तियार किया है और उनके अकाउंट्स को बंद कर दिया है. हालांकि ट्विटर ने इन आरोपों को खारिज किया. ट्विटर का कहना है कि कंपनी विचारधारा के आधार पर भेदभाव नहीं करती है.