भंडारे में खाना खाने से दो बच्चियों की मौत, गांव में 56 लोगों को डायरिया
टीकमगढ़ : बच्ची की मौत होने पर प्रशासन हरकत में आया और गांव में शिविर लगाकर लोगों का उपचार किया जा रहा है। जितने भी लोग बीमार हुए सभी ने एक ही जगह भंडारे में खाना खाया था। उल्टी-दस्त के कारण 9 महीने की जयंती और 10 वर्षीय प्रियंका पिता मगन अहिरवार की मौत हो गई है।
गौरतलब है स्वास्थ्य अमले ने जांच में पाया कि भंडारे के दौरान विषाक्त भोजन करने से ग्रामीणों की तबीयत खराब हुई है। बीएमओ ने माना कि प्रथम दृष्टया यह मामला ग्राम में हुए भंडारे में विषाक्त भोजन ग्रहण करने का प्रतीत हो रहा है।
बीते दिन गांव में ही मंदिर के पास भंडारा किया गया था जिसमें करीब 600 लोगों ने शाम को भोजन ग्रहण किया ग्रामीण जनों से सूचना प्राप्त हुई है कि कुछ लोगों को उल्टी दस्त हुए थे जिन्होंने पृथ्वीपुर में इलाज कराया था आज संख्या अधिक होने के कारण उन्हें ने स्वास्थ्य विभाग को इस बात की जानकारी दी इसके बाद ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा मौके पर पहुंचकर आप सतत निगरानी की जा रही है।
सीएमएचओ डॉ पीके माहौर ने बताया कि स्वास्थ्य अमला लगातार गांव में नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल इस मामले को लेकर गांव के रहने वाले मगन अहिरवार की 10 वर्षीय पुत्री प्रियंका अहिरवार की मृत्यु हुई है उनके परिवार में 4 लोग अभी उल्टी दस्त से पीड़ित हैं। जबकि कुल 56 उल्टी-दस्त के मरीज पाए गए हैं।
अब गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जिला मुख्यालय से स्वास्थ्य की टीम गांव में डेरा जमाए हुए हैं बताया गया कि प्रशासन को जैसे ही गांव में उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ने की सूचना मिली तत्काल ही सेक्टर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अंकित साहू डॉ प्रवीण अहिरवार डॉ वीरेंद्र वार के साथ दो मिलाकर 3 टीमों को वहां भेजा गया और घर-घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण शुरू किया गया इसके बाद ही 56 मरीज किन्नर हुए हैं इस दौरान एक 10 वर्षीय बच्ची की मौत होना भी बताया गया है।