नैनीताल/पिथौरागढ़: उत्तराखंड के सीमांत जिला पिथौरागढ़ में अलग-अलग घटनाओं में भूस्खलन के मलबे में दबने से महिला सहित दो लोगों की मौत हो गयी है। जबकि एक का शव बरामद कर लिया है। पिथौरागढ़ के जिला आपदा प्रबंधन केन्द्र से शुक्रवार को मिली जानकारी के अनुसार चीन सीमा से सटे धारचूला तहसील के ग्राम बलुवाकोट के तोक जोशीगांव में हरि दत्त भट्ट की पत्नी पशुपति देवी गुरुवार शाम को पानी के स्रोत (नौले) में कपड़े धो रही थी। तभी अचानक भूस्खलन होने से वह मलबे में दब गयी और उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है।
भूस्खलन की जोरदार आवाज सुनकर ग्रामीण घटनास्थल की ओर भागे। पुलिस एवं प्रशासन को सूचना दी गयी। राज्य आपदा प्रबंधन बल एसडीआरएफ को भी मौके के लिये रवाना किया गया। रजिस्ट्रार कानूनगो ललित भट्ट ने बताया कि ग्रामीणों की मदद से देर रात तक मौके पर राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया लेकिन महिला का पता नहीं चल पाया।
महिला की खोजबीन के लिये जेसीबी मशीन को भी मौके पर लगाया गया। आज सुबह फिर से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। भट्ट ने बताया कि बरसात के कारण राहत एवं बचाव कार्य में व्यवधान पड़ रहा है। एक अन्य घटना में धारचूला के बंगापानी तहसील के अंतर्गत बरम गांव निवासी नर राम के भी मलबे में दबने से मौत हो गयी। बरम तोली के राजस्व उपनिरीक्षक की ओर से भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार नर राम कल शाम को अपने मवेशियों को लेने के लिये जंगल गया था। वह रात तक जब घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी ढूंढ खोज की।
बताया जाता है कि गांव से कुछ दूरी पर मल्ला सैण बल्दिया धार में उसका शव मलबे में दबा मिला। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि भूस्खलन की चपेट में आने से नर राम की मौत हो गयी है। फिलहाल राजस्व पुलिस जांच कर रही है।