उत्तराखंडराजनीति

उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ यूसीसी विधेयक, भाजपा विधायक बोले-‘जय श्रीराम’, विपक्ष का हंगामा..

दस्तक टाइम्स, देहरादून। 6 फरवरी यानि मंगलवार को उत्तराखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समान नागरिक संहिता विधेयक को पेश किया। यूसीसी विधेयक को पेश करने का भाजपा मंत्री-विधायकों ने सीएम धामी का स्वागत किया और ‘जय श्रीराम’ व ‘भारत माता’ की जय के नारे लगाए। वहीं, धामी सरकार के इस बड़े कदम का कांग्रेस शुरू से विरोध करती रही। इस दौरान कई बार पक्ष-विपक्ष के बीच बहस भी होती रही।

यूसीसी विधेयक को लेकर पहुंचे सीएम धामी, जता दिए थे इरादे

  सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब विधानसभा पहुंचे तो उनके हाथों में यूसीसी विधेयक था। यह दृश्य चर्चा का विषय बना रहा। इससे सीएम धामी ने यूसीसी को लागू करने के लिए अपने संकल्प को भी स्पष्ट कर दिया था और बता दिया था कि विपक्ष चाहे लोक कल्याणकारी यूसीसी के मार्ग में कितनी भी अड़चनें पैदा क्यों न करे, लेकिन वे अपने मार्ग से जरा भी पीछे हटने वाले नहीं हैं।

विपक्ष ने अपनाई विरोध की रणनीति, विधानसभा अध्यक्ष ने किया खारिज

सत्र की कार्यवाही प्रारंभ होने के साथ ही ही नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य यूसीसी विधेयक को पारित कराने का विरोध कर रहे थे। उन्होंने विधेयक पर विस्तार से चर्चा कराने की मांग की, इसके बाद ही विधेयक को पारित कराने पर अड़े रहे। वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक प्रीतम सिंह ने भी नेता प्रतिपक्ष का ही राग अलापा और उन्होंने भी विधेयक को जल्दबाजी में पारित ना कराने की मांग की। मगर, विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी ने विपक्ष के विरोध को अनुचित ठहराते हुए स्पष्ट कहा कि यूसीसी ड्राफ्ट को कार्य मंत्रणा समिति में प्रस्तुत किया गया था, लेकिन नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य व प्रीतम सिंह ने समिति का बहिष्कार किया और हिस्सा नहीं लिया। यदि वे हिस्सा लेते तो इस बारे में गहन मंत्रणा की जा सकती थी। इसलिए विपक्ष के विरोध का यह तर्क उचित नहीं ठहराया जा सकता है।

भाजपा विधायक लगाते रहे जय श्रीराम के नारे, कांग्रेस ने जताई आपत्ति

इसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सदन में यूसीसी विधेयक को पेश किया और सभी भाजपा विधायकों ने विधेयक को समर्थन दिया। यूसीसी को सदन में पेश करने के लिए भाजपा मंत्री-विधायकों ने सीएम धामी को बधाई दी। बिल पेश होते ही मंत्री-विधायकों ने जय श्रीराम व भारत माता की जय के नारे लगाने शुरू कर दिए। करीब दो मिनट तक विधानसभा में नारे ही गूंजते रहे। इस पर कांग्रेसी विधायक प्रीतम सिंह ने कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि सदन में इस तरह के शोर की अनुमति कैसे दी जा सकती है। इसके तुरंत बाद विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। दोपहर बाद सदन में यूसीसी विधेयक पर चर्चा शुरू हुई। संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने यूसीसी विधेयक के प्रावधानों पर प्रकाश डाला। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने विधेयक को जल्दबाजी से पारित कराने को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए। भाजपा विधायक मदन कौशिक व मंत्री रेखा आर्य ने भी यूसीसी को क्रांतिकारी कदम बताया। अब बुधवार को भी विधेयक पर चर्चा हो सकती है, जिसके बाद सरकार विधेयक को पारित करा सकती है।

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