शिक्षा

UGC ने जारी किए अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज के लिए नए नियम, यहां पढ़ें लेटेस्ट अपडेट

नई दिल्ली : UGC यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नया नियम नोटिफाई किया है। UGC के एजुकेशन पॉलिसी के तहत 12 दिसंबर यानी सोमवार को ग्रेजुएट कोर्सेज (Graduate Courses) के लिए करिकुलम और क्रेडिट फ्रेमवर्क को नोटिफाई किया गया है। बता दें कि यह स्टूडेंट्स को एडमिशन और एग्जिट के लिए कई ऑप्शन देगा।

दरसअल, इस प्रोग्राम के नए नियमों के मुताबिक, सभी छात्र और छात्राएं मौजूदा समय के मुताबिक 3 साल के कोर्सेज के बजाय केवल चार साल की ऑनर्स डिग्री हासिल कर सकेंगे। यह भी मालूम हो कि ऑनर्स डिग्रियां भी दो कैटेगरी में दी जाएंगी। जी हां, आपने सही सुना। इतना ही नहीं मेन सब्जेक्ट में चार साल की ग्रेजुएशन ऑनर्स डिग्री केवल वो लोग प्राप्त कर सकेंगे जो 160 क्रेडिट के साथ चार साल का डिग्री प्रोग्राम पूरा करते हैं और क्रेडिट जरूरतों को पूरा करते हैं।

ऑनर्स डिग्रियों की कैटेगरी

ऑनर्स
ऑनर्स विद रिसर्च
गौरतलब है कि यह मानक वर्तमान डीयू अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम डिजाइन से अलग हैं, जिसमें कहा गया है कि स्टूडेंट्स को तीन साल बाद ऑनर्स के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री मिलेगी। साथ ही यूजीसी के करिकुलम और एफवाईयूपी के लिए क्रेडिट फ्रेमवर्क के मुताबिक, छात्रों को चार साल के प्रोग्राम के बाद ग्रेजुएशन ऑनर्स की डिग्री मिलेगी तो वहीं स्टूडेंट्स को तीन साल की पढ़ाई के बाद ग्रेजुएशन की डिग्री मिलेगी।

स्टूडेंट्स को तीन साल की पढ़ाई के बाद मिलेगी ग्रेजुएशन की डिग्री।
चार साल के प्रोग्राम के बाद ग्रेजुएशन ऑनर्स की मिलेगी डिग्री।

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