UIDAI ने बदले कई नियम, Aadhaar अपडेट के लिए 50 नहीं अब देने होंगे इतने रुपए

नई दिल्ली: देश के एक अरब से अधिक आधार कार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने 2025 में आधार प्रणाली से जुड़े कई अहम बदलावों की घोषणा की है, जिनका सीधा असर नागरिकों की जेब और सुविधा दोनों पर पड़ेगा। UIDAI ने 1 अक्टूबर 2025 से आधार कार्ड अपडेट की फीस में इजाफा किया है। अब नाम, पता, जन्मतिथि या मोबाइल नंबर जैसी डिटेल्स में बदलाव कराने के लिए ₹75 देने होंगे (पहले ₹50 थे)। वहीं, बायोमेट्रिक अपडेट यानी फिंगरप्रिंट, आइरिस या फोटो बदलवाने की फीस ₹125 कर दी गई है (पहले ₹100 थी)। यह नई दरें 31 दिसंबर 2028 तक लागू रहेंगी। UIDAI का कहना है कि बढ़ते तकनीकी खर्च और बेहतर सर्विस क्वालिटी सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
बच्चों के लिए राहत — 7 से 15 वर्ष तक बायोमेट्रिक अपडेट फ्री
UIDAI ने बच्चों को बड़ी राहत दी है। अब 7 से 15 साल की उम्र के बच्चों के लिए फिंगरप्रिंट और आइरिस स्कैन का अपडेट पूरी तरह निशुल्क होगा। पहले इस पर भी शुल्क देना पड़ता था। UIDAI अधिकारियों के अनुसार, बच्चों के बायोमेट्रिक समय के साथ बदलते हैं, इसलिए यह अपडेट अनिवार्य है। देशभर के स्कूलों को इस प्रक्रिया में सहायता देने के निर्देश जारी किए गए हैं ताकि किसी बच्चे का आधार निष्क्रिय न हो।
नई डॉक्यूमेंट लिस्ट और कड़े नियम लागू
UIDAI ने जुलाई 2025 में आधार अपडेट और नए एनरोलमेंट के लिए दस्तावेज़ों की नई सूची जारी की है। अब भारतीय नागरिकों, एनआरआई, ओसीआई कार्डधारकों और हिंदू अविभाजित परिवारों (HUFs) के लिए समान नियम लागू होंगे। प्राधिकरण ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी व्यक्ति के पास सिर्फ एक ही आधार नंबर हो सकता है। डुप्लिकेट आधार पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
मुफ्त अपडेट की मियाद खत्म
UIDAI ने 14 जून 2025 तक ऑनलाइन मुफ्त अपडेट की सुविधा दी थी, जो अब समाप्त हो चुकी है।
अब किसी भी अपडेट के लिए निर्धारित फीस देनी होगी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि भविष्य में UIDAI सीमित अवधि के लिए फिर से मुफ्त अपडेट सुविधा शुरू कर सकता है, इसलिए myAadhaar वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।
1 नवंबर से लागू होगा डिजिटल अपडेट सिस्टम
UIDAI 1 नवंबर 2025 से एक नया पूरी तरह डिजिटल अपडेट सिस्टम शुरू करने जा रहा है। इस व्यवस्था के तहत नागरिक अपना नाम, पता, जन्मतिथि, जेंडर और मोबाइल नंबर घर बैठे ऑनलाइन बदल सकेंगे। अब छोटे-मोटे सुधारों के लिए आधार सेवा केंद्र जाने की आवश्यकता नहीं होगी। नई प्रणाली में सरकारी डेटाबेस से ऑटोमेटिक वेरिफिकेशन होगा — यानी अब डॉक्यूमेंट अपलोड या मैनुअल जांच की जरूरत नहीं रहेगी।
ग्रामीण क्षेत्रों को मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ
UIDAI का यह डिजिटल सुधार विशेष रूप से ग्रामीण और छोटे शहरों के लोगों के लिए वरदान साबित होगा।
पहले अपडेट के लिए लंबी कतारों में लगना पड़ता था, लेकिन अब यह प्रक्रिया myAadhaar पोर्टल या UIDAI मोबाइल ऐप से OTP वेरिफिकेशन के माध्यम से पूरी की जा सकेगी। हालांकि, बायोमेट्रिक अपडेट (फिंगरप्रिंट, आइरिस, फोटो) के लिए अभी भी आधार सेवा केंद्र पर जाना अनिवार्य रहेगा।



