UK: ब्रिटेन के पूर्व PM ने स्वीकारी गलती, बोले- कोरोना से निपटने में हुई सरकार से चूक
लंदन : कोरोना महामारी से निपटने के लिए अपनाए गए कदमों में हुई लापरवाही के आरोपों पर ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने अपना पक्ष रखा। इस दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने में उनकी सरकार से कुछ गलतियां हुईं। हालांकि उन्होंने आरोपों के संबंध में यह कहकर अपना बचाव भी किया कि उन्होंने इससे निपटने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया था।
बता दें कि जस्टिस बैरोनेस हीथर हैलेट अध्यक्षता वाले जांच दल ने जॉनसन से वर्ष 2020 की शुरुआत में कोविड महामारी के दौरान ब्रिटेन में लॉकडाउन लागू करने और अन्य फैसलों के संबंध में सवाल किए। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले कोरोना से प्रभावित लोगों के लिए खेद जताया। उन्होंने कहा कि उन्हें कोविड-19 के कारण हुए दर्द और नुकसान के लिए खेद है। आगे उन्होंने कहा, ‘बेशक, हमने कुछ गलतियां कीं। मुझे लगता है उस समय हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास कर रहे थे।’ उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस जांच से उन कठिन सवालों के जवाब पाने में मदद मिलेगी जो पीड़ित और वे परिवार सही तरीके से पूछ रहे हैं। ताकि आने वाले दिनों में हम खुद को बेहतर तरीके से सुरक्षित रख सकें।
जॉनसन ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि हम उस समय अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे थे। महामारी के बारे में जो हम जानते थे और हमारे पास उस समय जो संसाधन और जानकारी थी उसे देखते हुए हम अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि निस्संदेह कुछ ऐसी चीजें थीं जो हमें अलग तरीके से करनी चाहिए थीं। इस दौरान उन्होंने खुलासा किया कि उनकी सरकार ने महामारी के पैमाने और गति को कम आंका।
गौरतलब है कि इस मामले में उनकी गवाही दो दिन तक चलेगी। इस मामले में उनके तत्कालीन कैबिनेट सहयोगियों, पूर्व स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक और वरिष्ठ सचिव माइकल गोव की गवाही के बाद फिर उनसे पुछताछ होगी। इसके साथ ही ब्रिटेन के वर्तमान प्रधान मंत्री ऋषि सुनक से भी आने वाले हफ्तों में गवाही दर्ज कराई जा सकती है। सुनक उस वित्त मंत्री थे।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जिस गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन को कैबिनेट से बर्खास्त किया है, उन्होंने बोरिस जॉनसन के खेद प्रकट करने की घटना के बाद बुधवार को अपने पुराने बॉस को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने अवैध आप्रवासन पर कार्रवाई तेज नहीं की तो उनके नेतृत्व में कंजर्वेटिव पार्टी को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। ब्रेवरमैन ने यहं तक कह डाला कि ब्रिटेन में उनकी पार्टी गुमनाम भी हो सकती है। हाउस ऑफ कॉमन्स में एक निजी बयान और मंत्रिमंडल से बर्खास्त होने के बाद पहले औपचारिक भाषण में ब्रेवरमैन ने सुनक से अवैध प्रवासियों को पूर्वी अफ्रीकी देश में निर्वासित करने की रवांडा वाली रणनीति को लागू करने के लिए सख्त कानून लाने की मांग की।