शंकराचार्य की आलोचना पर भड़की उमा भारती, कार्यक्रम में आने का भी किया आग्रह
देहरादून (गौरव ममगाईं)। राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शंकराचार्यों द्वारा न जाने के निर्णय के बाद शंकराचार्य की आलोचना की जाने लगी है, इस पर अब राम आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाली भाजपा नेता उमा भारती ने बड़ा बयान दिया है। उमा भारती ने कहा कि जो लोग शंकराचार्य जी का अपमान कर रहे हैं, ये भगवान का अपमान करने जैसा है। उन्होंने पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद को भूमंडल पर सबसे बड़ा विद्वान बताया है। वहीं, उमा भारती ने शंकराचार्य जी से आग्रह भी किया कि वे भी राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा में उपस्थित हों तो हम सबका सौभाग्य होगा।
मीडियो को दिए इंटरव्यू में उमा भारती ने कहा कि हिंदू धर्म शास्त्रार्थ पर आधारित है। शास्त्रार्थ को स्थापित करने में शंकराचार्य जी की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसलिए किसी भी स्थिति में शास्त्रार्थ को चुनौती नहीं दी जा सकती है। मैं किसी भी सूरत में शंकराचार्य निश्चलानंद जी के खिलाफ एक शब्द भी बर्दाश्त नहीं कर सकती।
वहीं, उमा भरती ने शंकराचार्य जी से आग्रह किया कि आप नाराजगी छोड़ दीजिये, यदि कोई कमी हुई भी है तो उसे बता दीजिए। हम उसे भी सुधार लेंगे, लेकिन आप इस गौरवशाली क्षण में उपस्थित भी रहेंगे तो यह कार्यक्रम पूरी तरह से सफल हो सकेगा। उमा भारती ने कहा कि राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम ऐतिहासिक है, देशभर में इसे लेकर खासा उत्साह है। उन्हें भी इस क्षण का उत्सुकता से इंतजार है।