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असंतुलित जीवनशैली व खानपान पहुंचा रहा दिमाग को नुकसान

नई दिल्ली : अस्त व्यस्त जीवनशैली व असंतुलित खानपान पहुंचा रहा दिमाग को नुकसान थोड़ी देर पहले हुई किसी बात को अचानक भूल जाना, किसी चीज को ढूंढते हुए बीच में सोचना कि आप ढूंढ क्या रहे थे, खुद के द्वारा ही रखी हुई किसी चीज को ढूंढने में घंटों बर्बाद करना। क्या आपके साथ भी ऐसी चीजें होती हैं अगर हां, तो घबराने की जरूरत नहीं है।

क्योंकि यह डिमेंशिया या अल्जाइमर का संकेत नहीं है, परंतु बढ़ती उम्र के साथ कमजोर याददाश्त का संकेत हो सकता है। काम का बोझ, तनाव, चिंता, अस्त व्यस्त जीवनशैली और असंतुलित खानपान भी आपके मस्तिष्क को क्षति पहुंचाने के लिए काफी हैं। जिससे धीरे-धीरे आपकी कार्य और चीजों को याद रखने की क्षमता पर असर पड़ने लगता है। चाहे शुरआत में ये लक्षण आपको सामान्य लगें, परंतु ध्यान ना देने पर यह वास्तव में गंभीर बीमारी में बदल सकते हैं।

बैरीज: एंटीआक्सीडेंट, फाइबर, आयरन, जिंक जैसे पोषक तत्वों से भरपूर बैरीज आपके मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए एक बेहतरीन खाद्य पदार्थ है। चिकित्सकों द्वारा भी बैरीज के सेवन की सलाह दी जाती है। अल्जाइमर जैसे मानसिक रोगों के खतरे को भी कम करने के लिए बैरीज का सेवन किया जा सकता है।

मछली: कई अध्ययनों से यह पता चला है कि, आपके ब्रेन फंक्शन की सुरक्षा के लिए मछली एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसलिए हफ्ते में कम से कम एक बार मछली का सेवन करना ही चाहिए। आपको बता दें कि अल्जाइमर्स जैसी बीमारी से बचने के लिए ओमेगा-3 युक्त पदार्थों को अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। और मछली में तो यह पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है।

सूखे मेवे: सूखे मेवों में फाइबर एंटीआॅक्सीडेंट और वसा की एक अच्छी मात्रा पाई जाती है। एक अध्ययन के अनुसार, आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए अखरोट काफी फायदेमंद होता है। इसके अलावा, सूखे मेवों का सेवन करने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही जो लोग सूखे मेवे खाते हैं, उनमें हृदय रोग का जोखिम भी कम होता है।

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