किसान आंदोलन के 1 साल पूरा होने पर विरोध प्रदर्शन करेगा संयुक्त किसान मोर्चा
नई दिल्ली: आज कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन को पूरे 1 साल का समय हो गया है। आप सभी को बता दें कि ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा ने बड़ा एलान किया है। जी दरअसल एसकेएम ने आज देशभर के विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया है। कहा जा रहा है किसान आज दिल्ली के आसपास विरोध स्थलों पर पहुंचेंगे। हाल ही में एक बयान में एसकेएम ने कहा है, ‘कर्नाटक में किसानों ने सड़कों पर आने का फैसला लिया है। इसके अलावा रांची और कोलकाता में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा।’
इसी के साथ एसकेएम ने यह भी कहा है, ‘कर्नाटक के सभी जिलों में लगभग 25 जगहों पर विरोध प्रदर्शन करने की योजना है। दो विरोध स्थानों में बैंगलोर के लोग भी चिकबल्लापुर जिले के श्रीरंगपटना और चडालपुरा में वाहनों में रैलियों में शामिल होंगे।’ इसी के साथ यह भी कहा जा रहा है तमिलनाडु में, एसकेएम ने ट्रेड यूनियनों के साथ संयुक्त रूप से सभी जिला मुख्यालयों में रैलियों की योजना बनाई है। हाल ही में एसकेएम ने कहा, “चेन्नई में भी विरोध प्रदर्शन और बैठक होगी। रायपुर और रांची जैसे कई राज्यों की राजधानियों में ट्रैक्टर रैलियों की योजना बनाई जा रही है। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में, 26 नवंबर को विरोध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पटना में, फार्म यूनियनों और ट्रेड यूनियनों कलेक्ट्रेट तक एक संयुक्त मार्च करेंगे और एक ज्ञापन सौंपेंगे। इस बीच, हजारों किसान ट्रैक्टर और राशन और अन्य आपूर्ति के साथ दिल्ली के आसपास मोर्चा स्थलों पर पहुंच रहे हैं।”
आपको यह भी बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा की है और उनकी इस घोषणा के कुछ दिनों बाद ही केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बीते बुधवार को जानकारी दी कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की औपचारिकता पूरी कर ली है। हालाँकि यह सब होने के बाद भी किसानों का विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है। अब किसान संसद तक ट्रैक्टर मार्च निकालने की योजना बना रहे हैं।