नई दिल्ली: सेना भर्ती में की योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर अब किसान मोर्चा विरोध करने जा रहा है। इस विरोध में किसानों के साथ पूर्व सैनिकों और युवा भी शामिल होंगे। प्रदर्शन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा, युनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स-सर्विसमैन और अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे विभिन्न युवा संगठन संयुक्त रूप से अपनी मांगे रखेंगे। एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की गई। ‘अग्निपथ’ के विरोध में किसान मोर्च का साथ लामबंद हुए अन्य संगठनों का संयुक्त अभियान 7 से 14 अगस्त तक चलेगा। जिसक तहत विभिन्न स्थानों पर जय जवान जय किसान सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
किसान मोर्चा की ओर से कहा गया कि अग्निपथ जैसी योजना उन उम्मीदवारों के साथ विश्वासघात है, जिन्होंने वर्षों से इसके लिए काम किया था और अपनी कड़ी मेहनत के अंतिम परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे थे। इसका मतलब पहले से ही सार्वजनिक क्षेत्र के रोजगार के अवसरों में कमी का सामना कर रहे बेरोजगार युवाओं को गहरा झटका होगा। यह उन किसान परिवारों के लिए एक गंभीर झटका है जिन्होंने अपने युवाओं को सशस्त्र बलों में भेजकर राष्ट्र के लिए योगदान दिया है।
वो खुद को बताता था BJP नेता और गाड़ी पर लगाता यूपी सरकार का Logo, अब ढूंढ रहा छिपने का ठिकाना पूर्व सैनिकों के संयुक्त मोर्चा की ओर से कहा गया कि सेना की नई भर्ती योजना को युवाओं के हित में उचित नहीं है। इस अभियान का उद्देश्य जनता को विवादास्पद अग्निपथ योजना के विनाशकारी परिणामों के बारे में शिक्षित करना है। उन्होंने कहा कि अभियान की मांग है कि अग्निपथ योजना को तत्काल वापस लिया जाए और इसके तहत जारी सभी अधिसूचनाओं को वापस लिया जाए। नियमित, स्थायी भर्ती की समय-परीक्षित पद्धति जारी रहनी चाहिए। लंबित रिक्तियों (लगभग 1.25 लाख) और चालू वर्ष की रिक्तियों (लगभग 60,000) को नियमित और स्थायी भर्ती की पूर्व-मौजूदा पद्धति के तुरंत बाद भरा जाना चाहिए।’अग्निपथ’ के विरोध में किसान मोर्च का साथ लामबंद हुए अन्य संगठनों का संयुक्त अभियान 7 से 14 अगस्त तक चलेगा। जिसक तहत विभिन्न स्थानों पर जय जवान जय किसान सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।