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यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को दी हरी झंडी

स्पोर्ट्स डेस्क : भारत में ग्रेपलिंग खेल के मसले पर चल रहा असमंजस अब यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्लूडब्लू) के एक निर्णय से खत्म हो गया है. इस बैठक में ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को भारत में इस खेल के संचालन की मान्यता दी गयी है.

इस मसले में यूडब्लूडब्लू ने चेतावनी भी दी कि ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पिछले 10 सालों से भारत में ग्रेपलिंग का विकास कर रहा है, हमारा स्थायी सदस्य है.

यूडब्लूडब्लू ने कहा कि ग्रेपलिंग को डब्लूएफ आई द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र में अनाधिकृत तरीके से लाने की कोशिश करके आल इंडिया ग्रेपलिंग कमेटी नामक अवैध कमेटी का संचालन करना पूरी तरह से असंवैधानिक है और ये यूडब्लूडब्लू का अपमान भी है जिसे भविष्य में कदाचित बर्दाश्त नही किया जायेगा.

यू डब्ल्यू डब्ल्यू ने बोला कि भारत में ग्रेपलिंग खेल के प्रचार के लिए ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (जीएफआई) यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ( यूडब्लूडब्लू) से मान्यता प्राप्त राष्ट्रीयकृत फेडरेशन है जिसे शिव कुमार पंचाल द्वारा भारत में संचालित कर रहे है.

इस बारे में यूडब्लूडब्लू ने पत्र जारी कर दिशानिर्देश दिया है और भारत सरकार के खेल मंत्रालय को भी जानकारी दी है. इस प्रकरण पर ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निदेशक शिव कुमार पंचाल ने कहा कि हम यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के फैसले का सम्मान करते है.

उन्होंने कहा कि हम कई दिनों से परेशान हो रहे है जो दुर्भाग्य पूर्ण है. वही कुछ लोगों पर अनुशानात्मक कार्यवाही हुई थी और उन्हें फेडरेशन से बर्खास्त किया गया था. जिनके द्वारा इस तरह के अनाधिकृत आल इंडिया ग्रेपलिंग कमेटी बना कर राज्य स्तर की भी कमेटी बनायीं गयी है जो असंवैधनिक है

ये लोग प्लेयर्स एवं आफीसियल को भ्रमित कर रहे है और अनाधिकृत कमेटी अवैध सेमिनार तथा एफिलिएशन के नाम पर पैसे वसूल रहे है है जो बिलकुल भी माना नहीं जायेगा और इस बारे में भारतीय ग्रेपलिंग संघ कानूनी कार्यवाही करेगा. इसके अध्यक्ष जय प्रकाश जेपी भाई, महासचिव रेनू देवी पतांजलि और कोषाध्यक्ष विवेक गोयल है.

इस बारे में उत्तर प्रदेश ग्रेपलिंग संघ के अध्यक्ष पवन सिंह चौहान और महासचिव रविकांत मिश्रा ने बोला कि सभी अनधिकृत कार्यों के सबूत और प्रामाणिक तथ्य हमारे पास है और जैसे जरुरत होगी वैसे हम खेल हित में प्रभावी कार्यवाही करेंगे.

 

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