उत्तर प्रदेशराज्य

UP: कन्नौज के मेडिकल कॉलेज में रैगिंग को लेकर भीड़े सीनियर-जूनियर स्टूडेंट्स, हुए 5 घायल

कन्नौज. यहां राजकीय मेडिकल कालेज तिर्वा में सोमवार देर रात रैगिंग को लेकर जूनियर व सीनियर छात्र आपस में भिड़ गए। मारपीट के साथ काफी देर तक पथराव से दहशत फैली रही। मेडिकल छात्रों ने सुरक्षा गार्डों पर भी हमला बोल दिया। 3 सुरक्षा गार्डों के सिर फट गए, जबकि 2 अन्य को भी गंभीर चोटें आई है। घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई।

UP: कन्नौज के मेडिकल कॉलेज में रैगिंग को लेकर भीड़े सीनियर-जूनियर स्टूडेंट्स, हुए 5 घायल

ये है पूरा मामला…

– सोमवार देर रात करीब साढ़े नौ बजे मेडिकल कालेज परिसर स्थित नर्सेज हॉस्टल में मेस में खाना खाने पहुंचे सीनियर व जूनियर मेडिकल छात्रों के बीच रैगिंग को लेकर कहासुनी हो गई। आधा घंटा तक दोनों पक्षों के बीच छींटाकशी चलती रही।
– इसके बाद दोनों ग्रुप से कुछ छात्रों ने एक-दूसरे से हाथापाई कर दी। जानकारी होने पर दोनों गुटों के सैकड़ों छात्र मेडिकल कालेज परिसर में उतर आए। इस दौरान जमकर बवाल हुआ।
– छात्रों ने एक-दूसरे पर ईंट-पत्थर फेंके। मारपीट व पथराव में करीब दर्जन भर छात्र जख्मी भी हो गए। सूचना पर पहुंचे सुरक्षा गार्डों पर भी हमला बोला गया। सुरक्षा गार्ड कप्तान, हर मोहन, सुधीर, नरेंद्र व समरजीत को चोटें आईं।
– कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डीएस मार्तोलिया और सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह की सूचना पर तिर्वा कोतवाली समेत कई थानों का फोर्स पहुंच गया। पुलिस को देख छात्रों ने अपने-अपने हॉस्टल के बाहर नारेबाजी के साथ पथराव करना शुरू कर दिया।
– देर रात तक छात्र हॉस्टल के बाहर जुटे रहे। प्राचार्य डीएस मार्तोलिया ने बताया, ‘मामले की जानकारी की गई तो मामला रैगिंग का पता चला है लेकिन सच्चाई अभी सामने नहीं आई है। छात्रों की शिकायत मिलती है तो जांच कर आरोपी छात्रों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

दिन से ही शुरू होने लगा था रैगिंग का विवाद

– मेडिकल कॉलेज में मौजूदा वक्त में करीब 296 सीनियर छात्र हैं, जबकि 200 जूनियर छात्र मौजूद है। इनके बीच कई बार थोड़ी बातों पर कहासुनी हो चुकी है। मेडिकल कालेज सूत्रों के मुताबिक सोमवार शाम करीब 3-4 बजे कुछ सीनियर छात्रों ने जूनियरों से रैगिंग शुरू कर दी।
– इसको लेकर जूनियर छात्रों ने विरोध जताया। उस दौरान मामला निपटाया गया। इसके बाद छात्रों में शांति हो गई लेकिन अंदर ही अंदर चगारी सुलगती रही। देर रात मेस में पहुंचने के बाद फिर हालात बिगड़ गए।

एसडीएम व सीओ ने संभाली कमान

– देर रात बवाल की सूचना पर एसडीएम सदर शालिनी प्रभाकर, तिर्वा सीओ मोनिका यादव, सीओ सिटी लक्ष्मी कांत गौतम के साथ अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
– एसडीएम सदर पहले तिर्वा में तैनात रह चुकी है। इसलिए उनको छात्रों को समझाने का जिम्मा दिया गया। इस दौरान छात्र हास्टलों के बाहर नारेबाजी करने के साथ फैकल्टी के खिलाफ भी गुस्सा जताते रहे। कुछ देर में पुलिस व प्रशासन ने समझाया तो पथराव बंद होने के साथ नारेबाजी भी रुक गई।

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