UP: केशव मौर्य ने कहा- अपराधियों को संरक्षण देते हैं अखिलेश यादव
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने अखिलेश यादव पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव मुख्यमंत्री निवास से अपराधियों को बचाने का काम करते थे, हमारी सरकार ने अपराधियों पर लगाम लगाया है.
अखिलेश पर बरसे केशव प्रसाद
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा ‘हमारी सरकार में आपराधिक कापंते हैं, पिछली सरकार में मुख्यमंत्री खुद अपराधियों को संरक्षण देते थे. इसमें किसी को भी कोई शक नहीं है कि पूर्व मुख्यमंत्री के सरकारी आवास से ही सबकुछ होता नियंत्रण होता था’
PFI पर बैन की मांग सही है- मौर्य
सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधने के साथ ही उप मुख्यमंत्री ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर पाबंदी को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि पीएफआई पर पाबंदी लगाने का हमारा फ़ैसला बिल्कुल सही था, ये बात अब और राज्यों की सरकारें भी मानने लगी हैं,
आतंकी संगठन SIMI का ही बदला रूप है PFI
आपको बता दें कि इससे पहले भी केशव प्रसाद मौर्य पीएफआई पर बैन की मांग कर चुके हैं, पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हुए हिंसक प्रदर्शनों के पीछे साफ तौर पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ (PFI) इंडिया का ही हाथ है. PFI आतंकी संगठन सिमी का ही बदला हुआ रुप है. उन्होंने कहा था कि सिमी पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद PFI के नाम से यह संगठन देश विरोधी गतिविधियां संचालित कर रहा है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि उम्मीद है ईडी की रिपोर्ट के बाद PFI पर यूपी सरकार की प्रतिबंध लगाने की सिफारिश को केन्द्र सरकार जल्द मंजूरी देगी.
कट्टरपंथी संगठन है PFI
गौरतलब है कि PFI एक कट्टरपंथी संगठन है, जिसका हेडक्वार्टर केरल में है. 2006 में PFI का गठन हुआ था. PFI केरल समेत 7 राज्यों में सक्रिय है. वहीं 16 राज्यों में इसका असर है और 15 से ज्यादा संगठन इससे जुड़े है. माना जा रहा है कि अलकायदा का इस्लामिक बैंक PFI को फंडिंग करता है और 2017 में 6 PFI कार्यकर्ता ISIS में शामिल हुए थे. जानकारी के मुताबिक नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI के होने के सबूत मिल रहे है.