UP पुलिस के खौफ से BJP नेता के हत्यारोपी ने किया सरेंडर
यूपी में योगी आदित्यनाथ की सख्ती और नोएडा के नए एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा की मुहिम रंग लाने लगी है. 24 घंटे के अंदर 6 एनकाउंटर होते ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बदमाश सकते में आ गए हैं. बीजेपी नेता शिव कुमार यादव और उनके दो गनर की दिनदहाड़े हत्या के मामले में 50 हजार के इनामी शेरू भाटी ने सोमवार को अचानक थाने में सरेंडर कर दिया.
पुलिस ने बताया कि ट्रिपल मर्डर केस में वांटेड शार्प शूटर शेरू भाटी ने खुद थाने पहुंचकर एसएचओ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. उसने थानेदार से कहा कि वह उन्हीं के थाने का मोस्ट वॉन्टेड है. उस पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित है. पुलिस ने उसके पास से एक देसी पिस्तौल और कई जिंदा कारतूस भी जब्त किए हैं.
शेरू भाटी ग्रेटर नोएडा के घंघोला का रहने वाला है. सोमवार को वह बिसरख थाने पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया. इससे पहले यूपी एसटीएफ ने इस मामले में कुख्यात अपराधी अनिल भाटी गैंग के शार्प शूटर अनिरुद्ध भाटी, शार्प शूटर नरेश तेवतिया, हत्या की साजिश रचने वाले अरुण यादव और रेकी करने वाले धर्मदत्त शर्मा उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर चुकी है.
पिता की मौत का बदला लेने के लिए हुई थी हत्या
पुलिस के अनुसार अरुण यादव ने पिता की मौत का बदला लेने के लिए बीजेपी नेता की हत्या कराई थी. इसके लिए कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी के भतीजे अनिल भाटी को 10 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी. सुंदर भाटी के भतीजे अनिल भाटी ने हत्या के लिए 3 शार्प शूटर लगाए थे, जिसमें नरेश तेवतिया मुख्य शार्प शूटर था.
पुलिस के अनुसार, अरुण का मानना था कि 2004 में उसके पिता की हत्या शिव कुमार ने ही कराई थी और उसे ऐक्सिडेंट का रूप दे दिया था. अरुण अपने पिता की मौत का बदला लेना चाहता था और उसी रंजिश में उसने शिव कुमार की हत्या की साजिश रची.
10 लाख रुपये की दी गई थी सुपारी
अरुण ने बदला लेने के लिए अनिल भाटी को शिवकुमार की हत्या की 10 लाख रुपए सुपारी दी. इनमें से अनिल भाटी को 6 लाख रुपयों की पेमेंट मिली. इसके बाद सबने मिलकर पूरी योजना बनाई और 16 नवंबर को धर्मदत्त शर्मा की रेकी पर शार्प शूटर नरेश तेवतिया और उसके दो साथियों ने इस तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया. हत्या में पिस्टल का प्रयोग किया गया था.
इस तरह की गई थी शिवकुमार की हत्या
बताते चलें कि 16 नवंबर को ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना इलाके में शिव कुमार की फॉर्च्यूनर कार पर अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी. गोलीबारी में शिव कुमार के साथ कार में सवार उनके गनर और ड्राइवर की भी मौत हो गई थी.
गोली लगने से ड्राइवर का नियंत्रण कार से हट गया था और उनकी फॉर्च्यूनर कार पहले एक मारुति 800 कार से टकराई और सड़क किनारे खड़ी एक बच्ची को भी तेज टक्कर मारी. बच्ची की भी गंभीर रूप से घायल होने से मौत हो गई थी.
इस दौरान पीछे से बदमाश लगातार गोली चलाते रहे. चश्मदीदों के मुताबिक कार रुकने के साथ ही एक और बाइक आ गई. सभी बदमाशों के पास पिस्टल थी. सबने चारों तरफ से बीजेपी नेता की कार पर कई राउंड गोली चलाई.
बदमाशों ने शिव कुमार की मौत की तस्दीक करने के लिए गाड़ी के दरवाजे खोले. पीछे से शीशा तोड़ा और सभी को करीब से कई गोली मारी. इसके बाद भीड़ को दूर करने के लिए बदमाशों ने हवा में गोली चलाई और वहां से फरार हो गए.