UP पुलिस ने मारी गोली, पत्नी की मांग- CBI जांच हो, 1 करोड़ का मुआवजा दिया जाय
लखनऊ में पुलिस की गोली से मौत मामले में मृतक विवेक तिवारी की पत्नी ने सीबीआई जांच की मांग की है. बीती रात करीब 2 बजे पुलिस ने कार से जा रहे ऐपल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को सिर में गोली मार दी. घटना में तिवारी की मौत हो गई है. वे अपने सहकर्मी सना के साथ जा रहे थे. पुलिस ने दावा किया है कि कार संदिग्ध स्थिति में थी.
लखनऊ में पुलिस की गोली से मौत मामले में मृतक विवेक तिवारी की पत्नी ने सीबीआई जांच की मांग की है. बीती रात करीब 2 बजे पुलिस ने कार से जा रहे ऐपल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को सिर में गोली मार दी. घटना में तिवारी की मौत हो गई है. वे अपने सहकर्मी सना के साथ जा रहे थे. पुलिस ने दावा किया है कि कार संदिग्ध स्थिति में थी.
कल्पना तिवारी की तीसरी मांग है- बुजुर्ग मां और बच्चों के भविष्य के लिए कम से कम एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए. पत्नी ने सीएम से तीनों मांगें तुरंत पूरी करने का अनुरोध किया है.
मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मांग की है कि जांच पुलिस से न कराकर सीबीआई से कराई जाए. पत्नी ने पत्र में कुल तीन मांगें की हैं. दूसरी मांग है कि उनकी योग्यता के मुताबिक, पुलिस में ही उन्हें नौकरी दी जाए.
फेसबुक पर दी गई जानकारी के मुताबिक, विवेक ने दीवान इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज मेरठ से मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी.
वहीं, पुलिस ने दावा किया कार संदिग्ध स्थिति में थी, लाइटें बंद थीं और तिवारी ने पुलिस पर कार चढ़ाने की कोशिश की, इसलिए बचाव में गोली चलाई. लेकिन पुलिस के द्वारा सिर में गोली मारने पर कई सवाल उठ रहे हैं.
प्रोफाइल के मुताबिक, वे 2014 से ऐपल कंपनी के साथ काम बतौर मैनेजर काम कर रहे थे. परिवार में उनकी पत्नी और बेटी हैं.
विवेक अपनी सहकर्मी को ड्रॉप करने जा रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने उन्हें गोलीमार दी. गोमतीनगर विस्तार के पास दो पुलिसवालों ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया लेकिन कथित तौर से विवेक ने गाड़ी नहीं रोकी.
विवेक की गाड़ी पर फायरिंग की गई जो सीधे उनके सिर में लगी. इस मामले में आरोपी कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है.
घटना के वक्त विवेक के साथ गाड़ी में मौजूद सहकर्मी सना खान ने बताया कि शुक्रवार रात वह अपने सहकर्मी विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थीं.
सना ने कहा कि सीएमएस गोमतीनगर विस्तार के पास उनकी गाड़ी खड़ी थी, तभी सामने से दो पुलिसवाले आए और इन्होंने बचकर निकलने की कोशिश की. लेकिन सिपाही ने बाइक दौड़ाकर विवेक को गोली मारी.
विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी ने इससे पहले कहा था कि उनके पति का अंतिम संस्कार तब तक नहीं किया जाएगा जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां नहीं आते.
विवेक की पत्नी कल्पना ने यूपी सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि अगर उनके पति किसी संदिग्ध हालत में थे भी और उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी तो गाड़ी का नंबर नोट करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी. पुलिस ने उन्हें गोली क्यों मारी? (फोटो- फेसबुक)
कल्पना ने कहा कि मैं उस महिला को जानती हूं जो उस समय मेरे पति के साथ मौजूद थी. वहीं विवेक के रिश्तेदार विष्णु शुक्ला ने पूछा कि क्या वो आतंकवादी थे जो पुलिस ने उनपर फायरिंग की? इसके साथ ही इस मामले में उन्होंने निष्पक्ष सीबीआई जांच की मांग की है.
कल्पना तिवारी की तीसरी मांग है- बुजुर्ग मां और बच्चों के भविष्य के लिए कम से कम एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए. पत्नी ने सीएम से तीनों मांगें तुरंत पूरी करने का अनुरोध किया है.
मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मांग की है कि जांच पुलिस से न कराकर सीबीआई से कराई जाए. पत्नी ने पत्र में कुल तीन मांगें की हैं. दूसरी मांग है कि उनकी योग्यता के मुताबिक, पुलिस में ही उन्हें नौकरी दी जाए.
फेसबुक पर दी गई जानकारी के मुताबिक, विवेक ने दीवान इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज मेरठ से मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी.
वहीं, पुलिस ने दावा किया कार संदिग्ध स्थिति में थी, लाइटें बंद थीं और तिवारी ने पुलिस पर कार चढ़ाने की कोशिश की, इसलिए बचाव में गोली चलाई. लेकिन पुलिस के द्वारा सिर में गोली मारने पर कई सवाल उठ रहे हैं.
प्रोफाइल के मुताबिक, वे 2014 से ऐपल कंपनी के साथ काम बतौर मैनेजर काम कर रहे थे. परिवार में उनकी पत्नी और बेटी हैं.
विवेक अपनी सहकर्मी को ड्रॉप करने जा रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने उन्हें गोलीमार दी. गोमतीनगर विस्तार के पास दो पुलिसवालों ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया लेकिन कथित तौर से विवेक ने गाड़ी नहीं रोकी.
विवेक की गाड़ी पर फायरिंग की गई जो सीधे उनके सिर में लगी. इस मामले में आरोपी कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है.
घटना के वक्त विवेक के साथ गाड़ी में मौजूद सहकर्मी सना खान ने बताया कि शुक्रवार रात वह अपने सहकर्मी विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थीं.
सना ने कहा कि सीएमएस गोमतीनगर विस्तार के पास उनकी गाड़ी खड़ी थी, तभी सामने से दो पुलिसवाले आए और इन्होंने बचकर निकलने की कोशिश की. लेकिन सिपाही ने बाइक दौड़ाकर विवेक को गोली मारी.
विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी ने इससे पहले कहा था कि उनके पति का अंतिम संस्कार तब तक नहीं किया जाएगा जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां नहीं आते.
विवेक की पत्नी कल्पना ने यूपी सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि अगर उनके पति किसी संदिग्ध हालत में थे भी और उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी तो गाड़ी का नंबर नोट करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी. पुलिस ने उन्हें गोली क्यों मारी? (फोटो- फेसबुक)
कल्पना ने कहा कि मैं उस महिला को जानती हूं जो उस समय मेरे पति के साथ मौजूद थी. वहीं विवेक के रिश्तेदार विष्णु शुक्ला ने पूछा कि क्या वो आतंकवादी थे जो पुलिस ने उनपर फायरिंग की? इसके साथ ही इस मामले में उन्होंने निष्पक्ष सीबीआई जांच की मांग की है.