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UP में तत्काल में RESERVATION लेने के लिए, हो रहा ये खेल

साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर तत्काल टिकट लेने के लिए बड़ा खेल हो रहा है। यहां सक्रिय दलाल एक से डेढ़ हजार रुपये में लोगों को कन्फर्म टिकट दिला रहे हैं। साथ ही लाइन में पहला और दूसरा नंबर दिलाने की पूरी गारंटी देते हैं। किसी को शक न हो इसके लिए ये कोड वर्ड का इस्तेमाल करते हैं। होली को लेकर इन दिनों रात से ही तत्काल की लाइन लग रही है, लेकिन दलालों की वजह से लोगों को टिकट नहीं मिल पा रहे हैं।'1500 दीजिए, तत्काल की लाइन का पहला नंबर आपका'

इन कोड वर्ड्स में करते हैं बाततत्काल टिकट लेने के लिए रिजर्वेशन काउंटर पर देर रात से ही नंबर लगाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। आम लोगों के नंबर लगाने से पहले ही यहां सक्रिय दलाल नंबर लगा देते हैं। इसके बाद दलाल और कस्टमर्स के बीच सौदेबाजी शुरू हो जाती है। कोड वर्ड में बात करने की वजह से नंबर लगाने पहुंचे दूसरे लोगों और जीआरपी को इनके बारे में पता नहीं चल पाता है।

कोड : पिचकारी खरीद ली है।
 
मललब : मैं लाइन में लग गया हूं।
 
कोड : गुब्बारे का एक पैकेट या दो पैकेट?
 
मतलब : एक पैकेट का मतलब लाइन में पहला नंबर, दूसरे पैकेट का मतलब दूसरा नंबर आया है ।
 
कोड : गुब्बारों में रंगीन पानी भर लिया है, तैयार रहो।
मतलब : मेरा नंबर आ गया है। खिड़की पर आ जाओ।

 
कोड : गुब्बारा फूट गया है।
 
मतलब : टिकट क्लियर हो गई है।
 
कोड : पिचकारी का वॉल्व खराब हो गया है।
 
मतलब : पुलिस मौके पर आग गई है।
 
हर नंबर के अलग रेट
 
साहिबाबाद रेलवे स्टेशन पर हर दिन तत्काल में 8 से 10 ही कन्फर्म टिकट बनते हैं। इनमें से भी लगभग 6 टिकट दलाल बुक करा रहे हैं। येतत्काल की लाइन में एक से लेकर 6 नंबर तक कन्फर्म टिकट दिलाने का दावा करते हैं। पहले और दूसरे नंबर को लेकर जहां एजेंट एक से डेढ़ हजार रुपये वसूल रहे हैं वहीं, तीसरे, चौथे और पांचवें नंबर के रेट 900, 800 और 500 हैं।
मनमाफिक कीमत देने के लिए तैयार

 
रात से लाइन में लगने के बाद भी कई लोगों को कन्फर्म टिकट नहीं मिल पा रहे हैं। दलालों की वजह से जब तक अन्य लोगों का नंबर आता है तब तक वेटिंग आ जाती है। होली पर टिकट की मारामारी को देखते हुए अब कई लोग दलालों की मदद लेने लगे हैं। सीनियर सिटिजन, महिलाएं और छात्र दलालों को मनमाफिक कीमत देने को भी तैयार हैं। श्यामपार्क मेन में रहने वाले छात्र पंकज झा ने बताया, ‘होली में घर जाने के लिए हर साल बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। कई घंटे तक तत्काल की लाइन में लगने के बाद भी मुझे टिकट नहीं मिली। इसके बाद मैंने दलाल की मदद से तत्काल टिकट बुक कराई है।’ वहीं, लाजपत नगर में रहने वाले एस.एन. शर्मा ने बताया कि त्योहार पर कन्फर्म टिकट पाने के लिए दलाल की मदद लेना मजबूरी हो गई है।
 
एजेंट भी चार्ज कर रहे हैं ज्यादा
 
होली में टिकट की मारामारी को देखते हुए रेलवे से अधिकृत एजेंट भी तत्काल बुकिंग में प्रति टिकट बनाने का 500 से लेकर 800 तक चार्ज कर रहे हैं। आम दिनों में यह चार्ज 200 से लेकर 300 रुपये तक होता है। इसके लिए भी यात्री को एजेंट को पहले एडवांस देना होता है। हालांकि एजेंटों का कहना है कि होली को देखते हुए टिकट की काफी ज्यादा डिमांड है। ट्रेनों में नो रूम का स्टेटस आ चुका है। स्पेशल ट्रेनों में भी मारामारी चल रही है। कई बार सुबह के समय सर्वर भी काफी स्लो रहता है।
रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर बेहद पारदर्शिता से काम किया जा रहा है। यहां पर कोई दलाल सक्रिय नहीं है। निगरानी के लिए आरपीएफ और जीआरपीएफ की टीम रिजर्वेशन काउंटर का मुआयना करती है। अगर कोई यात्री शिकायत भी करता है तो उस पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा 
 
 

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