उत्तर प्रदेशराज्यलखनऊ
UP स्टूडेंट मर्डर:लड़की की लाश से 2 दिन तक रेप, 4 सवालों में उलझी पुलिस
दस्तक टाइम्स एजेंसी/ लखनऊ (यूपी). राजधानी में एक 12वीं के स्टूडेंट की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। उसकी लाश सीएम हाउस से 500 मीटर दूर जंगल में मिली। इस मामले में अरेस्ट हुए दो रिक्शा वालों ने अब तक 5 बार बयान बदल चुके हैं। दोनों डेड बॉडी के साथ रेप की बात भी कबूल कर चुके हैं। लेकिन, अभी भी कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब न तो पुलिस दे पा रही है और न ही आरोपी। आरोपियों की रिमांड अर्जी पर सुनवाई शुक्रवार को होगी। वहीं, गुरुवार को कैडी के बयान से एक और बात सामने आई है कि रेप करने वालों में दो नहीं 6 लोग थे।
वो सवाल जिनका जवाब तलाशने में जुटी है पुलिस…
#सवाल नं 1 – आखिर ऐसा क्या हुआ था कि स्टूडेंट ने छोड़ दिया प्रैक्टिकल एग्जाम ?
– 10 फरवरी को 12वीं की स्टूडेंट प्रगति वर्मा (बदला हुआ नाम) का प्रैक्टिकल एग्जाम था। 9:15 बजे स्कूल की टीचर ने स्टूडेंट की मां को कॉल कर बताया कि उनकी बेटी एग्जाम देने नहीं पहुंची है। इसके बाद परिवार ने उसके मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई।
#सवाल नं 2 – पार्क रोड क्या करने गई थी स्टूडेंट ?
– पार्क रोड और इंदिरा नगर दोनों अलग-अलग रूट पर है। 10 फरवरी को प्रगति अपने घर से आरएलबी इंदिरा नगर के लिए निकली थी। सवाल ये है कि वह पार्क रोड के जंगल में क्यों और कैसे पहुंच गई ?
क्या है यह मामला ?
– जानकीपुरम की रहने वाली प्रगति (बदला हुआ नाम) इंदिरा नगर के आरएलबी स्कूल की स्टूडेंट थी।
– 10 फरवरी को स्कूल जाने के दौरान वह लापता हो गई।
– 15 फरवरी को हजरतगंज में पार्क रोड के जंगल में नाले से उसकी बॉडी मिली। सीएम ने मामले की एसटीएफ से जांच के आदेश दिए।
– 10 फरवरी को स्कूल जाने के दौरान वह लापता हो गई।
– 15 फरवरी को हजरतगंज में पार्क रोड के जंगल में नाले से उसकी बॉडी मिली। सीएम ने मामले की एसटीएफ से जांच के आदेश दिए।
क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट ?
– लड़की की मौत प्राइवेट पार्ट में एक्सेस ब्लीडिंग की वजह से हुई। उसके गले पर बने रस्सी के निशान और सिर के पास लगी चोट के निशान मौत के बाद के हैं।
– जहां लड़की की लाश बरामद हुई, वहां और उसके आसपास पुलिस को खून के निशान नहीं मिले हैं। ऐसे में सवाल है कि मौके से खून के निशान गए कहां? किसने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की?
– जहां लड़की की लाश बरामद हुई, वहां और उसके आसपास पुलिस को खून के निशान नहीं मिले हैं। ऐसे में सवाल है कि मौके से खून के निशान गए कहां? किसने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की?
कहां तक पहुंची पुलिस की जांच ?
– लखनऊ के एएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि दोनों आरोपी रिक्शा वालों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने दोनों के 14 दिन की पुलिस रिमांड की मांग की है।
-दोनों का पॉलिग्राफिक और नार्को टेस्ट भी कराया जाएगा। इनके अलावा, हिरासत में लिए गए गोल्फ क्लब के दोनों कैडी (वर्कर) का भी नार्को टेस्ट होगा।