उत्तर प्रदेशराज्य

UP: हंगामे के बाद रद्द हुआ लखनऊ लिटरेरी फेस्टिवल, शर्तों के उल्लंघन पर डीएम ने की कार्रवाई

लखनऊ. राजधानी के शीरोज हैंगआउट में शुक्रवार से 3 दिन तक चलने वाला लिटरेरी फेस्टिवल भारी हंगामे के बाद रद्द हो गया। डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा, “आर्गेनाइजर ने फेस्टिवल में किसी नेता के शिरकत करने, स्पीच देने या किसी ऐसे गोष्ठी जानकारी नहीं दी थी। शर्तों का उल्लंघन किया गया है,इस वजह से परमिशन खारिज कर दी है।” इससे पहले प्रोग्राम में शिरकत करने जेएनयू के छात्र संघ पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी पहुंचे। इस दौरान मौजूद समाजवादी छात्र के समर्थकों ने ”भारत माता की जय” कन्हैया कुमार ”जिंदाबाद” के नारे लगाए गए। वहीं, एबीवीपी और हिंदू युवा वाहिनी मेम्बर्स ने ”देश का गद्दार व मुर्दाबाद” के नारे लगाए। UP: हंगामे के बाद रद्द हुआ लखनऊ लिटरेरी फेस्टिवल, शर्तों के उल्लंघन पर डीएम ने की कार्रवाई

30 मिनट तक मंच पर बैठे रहे कन्हैया…

– विरोध के दौरान मंच पर कन्हैया 30 मिनट तक बैठे रहे। उन्हें बोलने नहीं दिया गया। इसी बीच एबीवीपी और कन्हैया के समर्थकों में धक्का-मुक्की भी शुरू हो गई।

– शीरोज की सर्वाइवर्स ने हाथ जोड़कर कहा – कन्हैया देशद्रोही नहीं है। इसके बाद प्रोग्राम कंटीन्यू हो सका।

– कन्हैया ने कहा, ”18 राज्यो में आपकी सरकार है, आप किसी आदमी को बोलने से रोक रहे है, जो सही नहीं है।”

– प्रधानमंत्री की तरह मंच को सेल्फी खींचने का मंच मत बनाइए। मैं स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से हूं। मुझे कोई इतनी जल्दी नहीं हरा सकता है।

– ”यह मेरा गुरुर नहीं है, ये सच की ताकत है। तुम सामने से गोली भी मार दो, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे।”

– ”हम छुटभैया (छोटे) नेता बनने के लिए राजनीति नहीं करते हैं। हम अम्बेडकर की राजनीति करते है।”

– ”मैं बीआरडी में बच्चों की मौत पर दुःख जताता हूं। आरएसएस के एक कार्यकर्ता बम बनाते हुए जान गंवा बैठे। मैं उनके लिए भी शोक संवेदना प्रकट करता हूं।”

शादी करूंगा तो मोदी जैसे छिपाऊंगा नहीं

– इसी बीच किसी ने कन्हैया से पूछा- ”आपके हाथ कब पीले होंगे?” उन्होंने कहा- ”जिस दिन देश सामंतवादी हो जाएगा। उस दिन मुझे लड़की चुनने की जरूरत नहीं होगी, लड़की खुद चुन लेगी। शादी करूंगा तो प्रधानमंत्री की तरह छिपाऊंगा नहीं।”

प्रोग्राम के बीच 5 मिनट के लिए गुल हुई लाइट

– लाइट गुल होने के बाद कन्हैया ने कहा- ”गोमती नगर में भी लाइट जाती है, मुस्कुराइए आप योगी जी के लखनऊ में है। ये योगी जी का राम राज्य है। सतयुग में राम जी राज्य छोड़कर वन चले गए थे और कलयुग में योगी जी वन छोड़कर राज्य में आ गए हैं।”

– ”56 इंच सीना होने से कोई बड़ा नहीं होता है, बल्कि सोच से बड़ा होता है। मेरी सोच कई जगहों पर मोदी जी से श्रेष्ठ है। मुझे गाली देना अच्छा नहीं लगता है, क्योंकि सभी गालियां मां और बहन के ऊपर बनी हैं। मेरी लड़ाई गाली देने वाले लोगों से है।”

– बता दें , प्रोग्राम के पहले दिन पद्मश्री से सम्मानित परवीन तलहा, बालीवुड एक्ट्रेस दिव्या दत्ता, शमीम आरजू, यूपी और उत्तराखंड के एक्स गवर्नर अजीज कुरैशी ने शिरकत की।

– इस दौरान यूपी और उत्तराखंड के एक्स गवर्नर अजीज कुरैशी ने बॉलीवुड एक्ट्रेस दिव्या दत्ता की बुक ‘मी और मां’ को लांच किया।

BJP पार्टी ने कभी मुझसे सवाल नहीं किया

– प्रोग्राम में बीजेपी नेता शत्रुघन सिन्हा पहुंचे तो लोगों ने बड़े गर्म जोशी से उनका स्वागत किया। इसकी शुरूआत खुद सिन्हा ने खामोश बोल कर लोगों को खुश कर दिया।

– उनसे सवाल पूछा गया कि आप बीजेपी में रहते है उसके बाद भी कैसे विरोध कर लेते है। इस पर उन्होंने कहा, ”जिस तरह मेरी पार्टी ने कभी मुझसे कोई सवाल नहीं पूछा कि तुम ऐसा क्यों करते हो।”

– ”वैसे ही मैं भी अपनी पार्टी से कभी सवाल नहीं पूछता की आखिर मुझमें क्या कमी थी। मुझे मोदी कैबिनेट में मंत्री क्यों नहीं बनाया गया।”

– सिन्हा से सवाल पूछा कि आप राजनीति में कब सन्यास लेंगे? इस पर उन्होंने कहा, ”ये देखने की बात होगी कि मैं सन्यास लेता हूं या मेरी वजह से कोई और सन्यास लेगा।”

– सिन्हा से पूछा गया कि आपने अटल जी और आडवाणी के लिए कोई पोजिशनिग क्यों नहीं ली। इस पर कहा की मैं तो उसी की कीमत चुका रहा हूं। इसी कारण तो मुझें कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया।”

– ”मैं कभी मिनिस्ट्री नहीं मागूंगा। मुझे अब मिनिस्ट्री की लालसा नहीं है। पूरे देश ने देखा कि कैसे आडवाणी जी को दरकिनार किया गया। आडवाणी जैसा आदमी देश का राष्ट्रपति नहीं बन पाया।”

– शत्रुघन सिन्हा से पूछा गया कि आप भी बिहार से है और आज इस प्रोग्राम में बिहार में एक लड़के को बोलने नहीं दिया गया, क्या कहेंगे? सिन्हा ने कहा, ”मैं अभिव्यक्ति की स्वत्रंतता का पक्षधर हूं।”

दिव्या दत्ता ने कही ये खास बातें

– फिल्म एक्ट्रेस दिव्या दत्ता ने कहा, ”लखनऊ मेरे घर जैसा है। मैं यहां पहले भी आती रही हूं। ‘मी एन्ड मां’ बुक लिखना मेरे लिए आसान नहीं था। ये बुक मेरी मां को डेडिकेटेड है। मां न होती तो शायद मैं न होती इसलिए मुझे लगा कि मुझें अपनी मां के बारे में बुक लिखना चाहिए।”

– ”मेरी मां पंजाब में डॉक्टर थी। पिता की बहुत पहले ही डेथ हो चुकी थी। बाद में मां की भी डेथ हो गई। मैं हमेशा अपनी मां से चिपककर रहती थी। वो मेरी बेस्ट फ्रेंड थी।”

– ”बहुत सारे लोग अपनी मां को मां मानते है, दोस्त नहीं मानते है। मैं अपनी मां को मां के अलावा एक दोस्त भी मानती है।

मैंने किताब लिखने को सोचा लेकिन 5 महीने तक कुछ नहीं लिख पाई।”

– ”मेरी एडिटर ने भी इस बारे में मुझसे सवाल पूछा था लेकिन उस टाइम मैं कुछ नहीं बता पाई। मुझें बुक का पहला और आखिरी लेटर लिखने में काफी मुश्किल हुई। बाद में मुझे बुक लिखने की साहस मेरी मां से ही मिली थी। मुझें लगा कि मेरी मां मेरा हाथ पकड़कर बोल रही है लिखो।”

अजीज कुरैशी ने कही ये बातें

– यूपी और उत्तराखंड के एक्स गर्वनर अजीज कुरैशी ने कहा, ”संस्कृत अदब की भाषा है। आजाद भारत में किसी भी पार्टी की सरकार ने संस्कृत के भाषा के विकास के लिए कोई खास कदम नहीं उठाया है।”

– ”अलामा इकबाल को लोग कम्यूनल कहते है, लेकिन उन्होंने गायत्री मंत्र का उर्दू में ट्रांसलेशन किया है। जिसे लोग पढ़कर पाक होते है। अच्छे दिन की केवल बात हो रही है लेकिन अच्छे दिन कही दिखाई नहीं दे रहे है।”

– ”पहले के लोगों कवियों की बात को सुनने की ताकत थी। आज वो कही खो सी गई है। आज पार्लियामेंट में करोड़पति बैठे हुए है, उन्होंने जनता के बारे में अगर नहीं सोचा तो जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।”

इन लोगों को होना था शामिल

– बता दें, यह फेस्टिवल 12 नवंबर तक चलने वाला था। इस बार का लिटरेरी फेस्टिवल एसिड अटैक को डेडिकेटेड है। इस समारोह में असदुद्दीन ओवैसी, संपत सरल, मृदुला गर्ग, मीर का लखनऊ और कई अन्य लोगों को शामिल होना था।

– संदीप नाथ (गीतकार, निर्देशक, स्क्रीन लेखक, निर्माता और लेखक) का सिनेमा और साहित्य पर एक सेशन होगा। वहीं, युवा राजनीतिज्ञ और साहित्यकार के सेशन में जयंत चौधरी सुनील सिंह साजन और अदिति सिंह शामिल होंगे।

– गारबैज बिन (फैजल – शहानावाज), द लॉजिकल इंडियन (अनुराग मजूमदार), नजरबट्टू (अमीन), अंकित लाल (सोशल मीडिया हेड ए.ए.प और इंडिया सोशल पुस्तक के लेखक) का सोशल मीडिया पर एक सेशन होगा।

– स्पोर्ट्स के सेशन में आर.पी सिंह और सुरेश रैना के साथ अरुण पांडे (एमएस धोनी – अनटॉल्ड स्टोरी के निर्माता) मौजूद होंगे। एसिड अटैक सर्वाइवर में लक्ष्मी अग्रवाल के साथ सुष्मिता सेन सेशन करेंगी। वहीं वरुण गांधी अपनी पुस्तक स्टीलनेस पर चर्चा करेंगे।

– कुछ अन्य लोग भी इस कार्यकर्म का हिस्सा होंगे जैसे , ज्योतिरादित्य एस सी इंडिया , संजय सिंह, आशुतोष, विनोद दुआ, मल्लिका दुआ। वाजिद अली शाह पुरस्कार से अनूप जलोटा को और प्राइड ऑफ लखनऊ पुरस्कार से नरेश सक्सेना और नीलेश मिश्रा को सम्मानित किया जाएगा ।

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