गोंडा : उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) के हाथ रविवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यूपी एटीएस (UP ATS) ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) लिए काम कर रहा था। यूपी एटीएस ने रविवार को कहा कि आरोपी की पहचान मोहम्मद रईस के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का रहने वाला है। एटीएस मुख्यालय पर पूछताछ के बाद रईस की गिरफ्तारी की गई है दो माह पहले मोहम्मद रईस मुंबई से अपने घर लौट था।
मुंबई के अरमान नामक युवक ने पाकिस्तानी एजेंट से रईस की बात कराई थी। यूपी एटीएस को रईस के खिलाफ सेना सहित अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं को आईएसआई तक पहुंचाने के अहम सबूत मिले हैं।
रईस ने अरमान को बताया कि वह सऊदी अरब जाकर काम करना चाहता है। इस पर अरमान ने कहा कि मैं तुम्हारा नम्बर पाकिस्तान के एक व्यक्ति को दे दूंगा. वह तुम्हें कॉल करेगा. अगर तुम उसकी बात पर खरा उतर गए, तो वह तुम्हें भारत के खिलाफ काम करके बदला लेने का मौका देगा। इसके बदले तुम्हें मोटी रकम मिलेगी. साथ ही साथ दुबई में नौकरी भी दिला देगा. फिर वर्ष 2022 में रईस के पास एक विदेशी व्हाट्सएप कॉल आई।
उसने अरमान का जिक्र करते हुए बात किया। उसने हुसैन नाम के किसी व्यक्ति के बारे में बताया कि वह तुमसे बात करेगा और तुम्हें क्या करना है, यह बताएगा. इसके बाद रईस और हुसैन की बात होने लगी। हुसैन ने अपने को पाकिस्तानी एजेंट बताया. उसने कहा कि हमें आपके साथ काम करने के लिए प्रेरित किया गया है इस काम के बदले में हुसैन ने रईस को पैसे देने का वादा किया था।
यूपी एटीएस की पूछताछ में रईस ने बताया कि उसने सैन्य प्रतिष्ठानों के फोटो और कुछ जरूरी जानकारियां पाकिस्तान को भेजी हैं। इसके साथ उसने अपने दोस्तों को भी आईएसआई के साथ जोड़ा है. रईस को पाकिस्तान के हैंडलर ने बांग्लादेशी नंबर मुहैया कराया था. रईस को इसके बदले में 15 हजार रुपये भी मिले थे।
पाकिस्तानी जासूसों से भारत विरोधी बातचीत करने के व्यापक सबूत मिले हैं जो आज भी रईस की मोबाइल में मौजूद हैं. अब यूपी एटीएस अरमान और रईस के दोस्त सलमान की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। आपको बता दें कि गोंडा के इसी तरबगंज इलाके का रहने वाला अलकायदा का संदिग्ध आतंकी सद्दाम शेख भी 15 दिन पहले गिरफ्तार हुआ था।
गौरतलब है कि गोंडा में एटीएस ने NIA के इनपुट दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. जिसमें एक को गोंडा से पकड़ा था, तो दूसरे को जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया था। एटीएस चीफ नवीन अरोड़ा ने बताया था कि दोनों सोशल मीडिया के जरिए देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे. दोनों आतंकियों को हिजबुल मुजाहिदीन और अलकायदा और आईएसआई जैसे आतंकी से कनेक्शन मिला है।
एटीएस चीफ ने बताया था कि गोंडा के कहां देहात कोतवाली के रहने वाला सद्दाम शेख बेंगलुरु की NDC नामक एक कंपनी था। इसके अलावा डॉबसपेट कंपनी में ड्राइवर का काम करता था। जांच में सामने आया है कि सद्दाम ऑनलाइन एक्टिविटी के जरिए आतंकी गतिविधियों से जुड़े दस्तावेजों को आईएसआई जैसे संगठनों को शेयर करता था। सोशल मीडिया पर उसने कई आपत्तिजनक और देश विरोधी सामग्री भी विवादित पोस्ट भी मिला थे।
सद्दाम शेख के बारे में एटीएस ने आगे बताया था कि ओसामा बिन लादेन, जाकिर मूसा, रियाज नायकू, नावेद जट, समीर टाइगर जैसे आतंकी उसके आइडल हैं। उसके फोन में इन आतंकियों की फोटो-वीडियो भी मिले हैं वह एक मुजाहिद बनना चाहता है। वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से फेसबुक, इंस्टाग्राम, IMO पर भेज लोगों को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करता था।