कोई नया टैक्स नहीं लगाएगी यूपी सरकार: योगी आदित्यनाथ
योगी की ऑनलाइन पत्रकारवार्ता
मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को बताया प्रदेश की ताकत
लखनऊ (अमरेन्द्र प्रताप सिंह ): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां कहा कि राज्य सरकार कोरोना संकट से उबरने के लिए कोई नया टैक्स नहीं लगाने जा रही है। उन्होंने लाॅकडाउन में दूसरे राज्यों से वापस आ रहे कामगारों और श्रमिकों को उन्होंने प्रदेश की ताकत बताया। राजधानी में ऑनलाइन पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि केंद्र सरकार के पैकेज और राज्य सरकार के निजी स्रोतों के माध्यम से प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों को प्रारम्भ कर दिया गया है। इसके माध्यम से प्रदेश के कामगारों को भारी संख्या में रोजगार मुहैया कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के सामने कोई आर्थिक संकट नहीं है। रेवेन्यू कलेक्शन भी पिछले माह की तुलना में अब अच्छा हो रहा है। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज का सबसे ज्यादा लाभ उप्र को मिला है। ऐसे में लॉकडाउन के कारण हुए वित्तीय नुकसान की भरपाई के लिये राज्य सरकार कोई नया टैक्स नहीं लगाएगी, बल्कि सरकार का जोर जनता को रियायत देने पर रहेगा।
योगी ने कहा कि केंद्र सरकार से जो पैकेज मिला है, उससे हम अपनी योजनाओं को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की अधिकतर योजनाएं और प्रोजेक्ट्स प्रारम्भ हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान भी प्रदेश की चीनी मिलें और ईंट भट्ठे संचालित होते रहे। अब एमएसएमई और बड़े उद्योग भी खुलने लगे हैं। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मंत्र ‘जान भी और जहान भी’ के अनुसार हम कोरोना की चेन को तोड़कर आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं।
यूपी में निवेश के लिए आने वाली कंपनियों का स्वागत
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना संकट के कारण दुनिया भर के उद्योगों में उथल-पुथल मची है। ऐसे में अगर कोई कंपनी उप्र में निवेश के लिए आना चाहती है तो उसके लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए मंत्रियों और अधिकारियों की टीम भी गठित कर दी गई है। साथ ही अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया की डेस्क भी स्थापित हो चुकी है।
सरकार देगी हर हाथ को काम, हर परिवार को रोजगार
प्रदेश में दूसरे राज्यों से भारी संख्या में आ रहे कामगार मजदूरों और श्रमिकों की चुनौती के बारे में पूछने पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लोग मानते थे कि इनके कारण राज्य में अव्यवस्था फैलेगी, लेकिन इन्हें हम प्रदेश की ताकत मानते हैं। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में करीब 30 लाख प्रवासी मजदूर आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि इनकी हम स्किल मैपिंग करा रहे हैं। उनकी कुशलता के अनुसार उन्हें काम मिलेगा। सरकार हर हाथ को काम देगी। हम हर परिवार को रोजगार देंगे।
इशारों-इशारों में विपक्ष को भी लिया निशाने पर
पत्रकार वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने विपक्ष पर हमला भी किया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना संक्रमण को लेकर आंकड़े की कोई बाजीगरी नहीं की है। यह विपक्ष का मिथ्यारोप है। उन्होंने कहा, ‘ईश्वर न करें किसी विपक्ष के नेता को कोविड अस्पताल जाना पड़े, लेकिन अगर वे वहां जाते तो उन्हें स्वयं सबकुछ देखते।’
मुख्यमंत्री ने यह तंज भी कसा कि जो लोग ट्वीटर पर तरह-तरह की टिप्पणी करते रहते हैं, उन्होंने इस संकट काल में एक फूटी कौड़ी भी खर्च नहीं किया। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए योगी ने कहा कि जिन लोगों ने राजस्थान के कोटा से बच्चों को वापस लाने के लिए हमसे तेल और किराया का पैसा वसूला, उन लोगों ने श्रमिकों के लिए फर्जी बसों की सूची भेज दी। उनके इस फर्जीवाड़े से हजारों श्रमिकों और मजदूरों की जान को खतरा था। योगी ने कहा कि इन लोगों ने यह एक अक्षम्य अपराध किया है।
मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल को ऐतिहासिक बताया
पत्रकार वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल के प्रथम वर्ष को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक साल में जो काम किया, वे वर्षों से देश के लिए चुनौती बने हुए थे। योगी ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त करना, तीन तलाक की कुप्रथा का अंत, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का मुद्दा और नागरिकता संशोधन कानून के निर्णय इसके प्रमुख उदाहरण हैं। मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के प्रथम वर्ष पूरा होने पर प्रधानमंत्री और उनकी कैबिनेट के सभी सदस्यों को बधाई भी दी। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश लगातार प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में महाशक्ति बनेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वर्तमान में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के संकट में देश का नेतृत्व कैसा हो, इसका प्रधानमंत्री मोदी ने अद्भुत एवं बेमिसाल उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यह उनके नेतृत्व की कुशलता का नतीजा है कि कोरोना संक्रमण और मौत में मामले में भारत की स्थिति तमाम विकसित देशों की तुलना में बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में प्रधानमंत्री मोदी ने पहले एक लाख करोड़ फिर 20 लाख करोड़ के जो दो पैकेज दिए वे उनकी दूरदर्शिता को दुनिया के सामने एक नजीर के रुप में पेश करते हैं। इन पैकेजों में उन्होंने सबसे अधिक प्रभावित तबके के हित पर सर्वाधिक ध्यान दिया।