यूपी के परिवार संपत्ति के मामले में कई राज्यों से आगे
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ग्रामीण और शहरी परिवार औसत संपत्ति के मामले में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना जैसे राज्यों से बेहतर हैं। इस मामले में हरियाणा अव्वल है जबकि महाराष्ट्र के शहरी परिवार औसत संपत्ति के मामले में सबसे आगे हैं। खास बात यह कि हरियाणा व पंजाब दो ऐसे राज्य हैं जहां के ग्रामीण परिवार वहां के शहरी परिवारों के मुकाबले ज्यादा संपन्न हैं। बाकी सभी राज्यों में औसत संपत्ति के मामले में ग्रामीण परिवारों के बजाए शहरी परिवार ज्यादा बेहतर हैं।
इसी महीने जारी अखिल भारतीय ऋण व निवेश सर्वे में यह खुलासा हुआ है। इसके तहत सभी राज्यों में राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण किए गए। संपत्ति के रूप में जमीन, भवन, पशुधन, कृषि यंत्र, बैंक जमा, शेयर, व आभूषण व अन्य के बारे में जानकारी ली गई। इस तरह संपत्ति का औसत मूल्य निकाला गया। इस आधार पर यूपी में ग्रामीण परिवारों में औसत संपत्ति 17,85,000 रुपये जबकि शहरी परिवारों की औसत संपत्ति 27,93,000 रुपये आंकी गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति के रूप में 69. 2 प्रतिशत हिस्सा तो जमीन का ही होता है जबकि भवन मकान की हिस्सेदारी 23.3 प्रतिशत होती है। बैंक जमा की हिस्सेदारी 4.5 प्रतिशत होती है। पशुधन की हिस्सेदारी 1.3 प्रतिशत व वाहन मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर आदि की हिस्सेदारी 2.1 प्रतिशत होती है। शहरी इलाकों में जमीन की हिस्सेदारी ग्रामीण क्षेत्रों से कम यानी 49. 4 प्रतिशत ही होती है। भवन, मकान, व्यवसायिक परिसर आदि की प्रतिशत 37.5 होता है। बैंक जमा,शेयर आदि पूंजी का प्रतिशत 9.1 होता है। वाहनों की हिस्सेदारी 3.1 प्रतिशत होता है।
यूपी में प्रति परिवार औसत कर्ज 40 हजार रुपये , आंध्र प्रदेश में 127 हजार रुपये, बिहार में 19 हजार रुपये, झारखंड में 10 हजार रुपये , गुजरात में 50 हजार रुपये, केरल में 2,41,000 रुपये व कर्नाटक में 90 हजार रुपये है।