UP : अयोध्या आने वाले रामभक्तों को मिलेगा अपने प्रदेश का पारंपरिक भोजन
अयोध्या : भाजपा की राम दर्शन यात्रा में देशभर से आने वाले भक्त जिस प्रदेश से आएंगे उन्हें वहीं का पारंपरिक भोजन परोसा जाएगा। अयोध्या के व्यापारी इन श्रद्धालुओं के लिए बर्तन, अनाज, मसाला और अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराएंगे। एलपीजी गैस डिस्ट्रीब्यूटर भी सहयोग के लिए आगे आए हैं। बुधवार को इनके साथ बैठक कर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी।
राम दर्शन यात्रा की तैयारी को लेकर सर्किट हाउस में हुई बैठक में महासचिव चुग ने कहा कि अयोध्या विश्व की धार्मिक राजधानी के रूप में उभरी है। पूरे देश-दुनिया से रामभक्त तीर्थयात्री रोज हजारों-लाखों की संख्या में आ रहे हैं। यह प्रक्रिया अभी आगे अनवरत जारी रहेगी, इसकी रफ्तार भी बढ़ेगी। इन सबके यहां रहने और खाने के साथ अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने के इंतजाम करने हैं। बैठक में इसी पर चर्चा की गई।
चुग ने कहा कि यहां आने वालों को कोई परेशानी न होने पाए और वे भगवान राम की भक्ति में लीन हों यह प्रबंध करना हम सबकी जिम्मेदारी है। हर तरह के प्रबंधन की जिम्मेदारी यहीं की टोलियां संभालेंगी। आने वाले रामभक्त होंगे और इनकी सेवा करने वाले भी रामभक्त ही होंगे। बैठक में प्रदेश महामंत्री राम प्रताप चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्त, आवास व्यवस्था प्रभारी अभिषेक मिश्र, भोजन व्यवस्था प्रमुख मिथिलेश त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव, अमल गुप्त व हरभजन गौड़ मौजूद रहे।
उधर, आम भक्तों के लिए राम मंदिर खुलने के पहले दिन लाखों की भीड़ जुट जाने से हुए कटु अनुभव के बाद दूसरे दिन ऑल इज वेल हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंगलवार के औचक दौरे व निर्देशों का भी असर दिखा। प्रशासन ने अथक प्रयास कर आखिरकार रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के बहुउपयोगी तीर्थयात्री सुविधा केंद्र को शुरू करा दिया। इससे सब कुछ व्यवस्थित करने में और मदद मिली।
बुधवार को भी सुबह से ही रामलला के दर्शन के लिए भारी भीड़ रामपथ और जन्मभूमि पथ पर जुट गई। यहां भारी संख्या में मौजूद आरएएफ और पुलिस के जवानों ने सभी को कतारबद्ध कराया। सीएम योगी की मंशा के अनुसार वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस का श्रद्धालुओं के प्रति व्यवहार बेहद संजीदा रहा। फोर्स के जवान आग्रह की मुद्रा में नजर आए। धैर्य के साथ अच्छे तरीके से पेश आते हुए जन्मभूमि पथ पर भीड़ काे आगे बढ़ाते रहे। समय आगे बढ़ने के साथ भीड़ का दायरा कम होने लगा। ऐसा इसलिए कि श्रद्धालुओं का कारवां जन्मभूमि पथ पर फैल गया।
जन्मभूमि पथ पर आगे बढ़ते हुए रामभक्तों को तीर्थयात्री सुविधा केंद्र की ओर मोड़ दिया गया। सुग्रीव किला के आगे रामगुलेला मार्ग के पास बने इस केंद्र पर पहले बैगेज स्कैनिंग सेंटर के 14 प्वाइंट पर श्रद्धालुओं को अपने साथ लाए बैग व उसमें रखे सामानों की अत्याधुनिक तकनीक से जांच करानी पड़ी। इसके बाद आगे बढ़ने पर लॉकर रूम में भी 14 की संख्या में ही प्वाइंट के माध्यम से बैग और मोबाइल जमा कराकर टोकन दिया गया। लॉकर रूम के ही पास बड़े क्षेत्र में विश्राम कक्ष और महिला व पुरुषों के लिए अलग-अलग प्रसाधन केंद्र की सुविधा भी मौजूद रही। यहीं पर बनाए गए स्टैंडों पर भक्तों ने अपने जूता-चप्पल रखे।
सुविधा केंद्र के भीतर से ही राम मंदिर के गर्भगृह की ओर जाने वाले रास्ते पर श्रद्धालुओं को आगे बढ़ा दिया गया। दर्शन करने के बाद सभी की वापसी भी इसी केंद्र की ओर होती रही। लॉकर रूम के पिछले हिस्से में बैग व मोबाइल की वापसी के लिए काउंटर बने हैं। दर्शन कर लौटने वालों को यहीं पर उनका सामान वापस लौटाया गया। इसके बाद रामभक्त जन्मभूमि पथ से फिर वापस बाहर निकल आए।