UP: इंजीनियर ने बनवाई है 50 करोड़ की ये कोठी, अब खुलेगा रईसी का राज
आगरा.नोएडा के इंजीनियर राजेश्वर सिंह के सात शहरों के 21 ठिकानों पर शुक्रवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक साथ छापा मारा। अकेले आगरा के लायर्स कालोनी क्षेत्र में तीन ठिकानों पर आईटी डिपार्टमेंट की टीम सुबह आठ बजे से जुटी रही। हालात यह रहे कि टीमों को एक मिनट की भी फुर्सत नहीं मिल रही और उनके खाने की व्यवस्था भी विभाग ने वहीं करवाई।
एक महीने पहले से थी रेड की जानकारी
– आयकर विभाग के अनुसार, राजेश्वर सिंह यादव के खिलाफ लिखित शिकायत मिली थी। उन्होंने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है। राजेश्वर छुट्टी लेकर प्राइवेट मामलो में जाते थे और कई प्रकरणों में नाम सामने आ रहा था।
– हालांकि, ससुर के ऑफिस पर काम कर रहे एक कर्मचारी ने बताया कि उन्हें एक महीने पहले से सूचना थी कि यहां छापा पड़ेगा।
– स्थानीय निवासियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि काफी दिनों से राजेश्वर के घर से गत्ते भर-भर कर कागज जा रहे थे और क्षेत्र में यह चर्चा थी कि इनमें जमीनों की रजिस्ट्रियां भरी थीं।
– राजेश्वर के ससुर प्रवीण यादव के अपार्टमेंट में काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि इनकम टैक्स को कुछ नहीं मिलेगा, क्योंकि यहां एक महीने से सब हटाया जा रहा था।
50 करोड़ की है राजेश्वर की कोठी
– आगरा के लायर्स कालोनी में राजेश्वर की साढ़े चार सौ गज में आलीशान कोठी बनी है। जानकारों की मानें तो इस कोठी की कीमत करीब 50 करोड़ रुपए है।
– पड़ोसियों का कहना है कि कोठी जैसी बाहर से आलीशान है, उससे ज्यादा अंदर से आलीशान है।
– क्षेत्रीय निवासी विपिन ने बताया, राजेश्वर के घर शादी में मुलायम, शिवपाल जैसे बड़े-बड़े नेता आते हैं।
राजेश्वर की कोठी के पास ही ससुर और रिश्तेदार की कोठी
– आगरा के लायर्स कालोनी में राजेश्वर की कोठी नंबर-6 के 100-100 कदम की दूरी पर ही उनके ससुर और रिश्तेदार की कोठी है।
– यहां के शिवालिक रेजीडेंसी में राजेश्वर के ससुर प्रवीण सिंह के फ्लैट पर और उसकी कोठी के पास ही एक अन्य रिश्तेदार के यहां आज सुबह से ही आयकर विभाग की जांच में जुटा है।
– प्रवीण यादव पुलिस विभाग के राजपत्रित अधिकारी के पद से रिटायर्ड हुए हैं और यहां पत्नी के साथ रहते हैं।
पीडब्ल्यूडी में इंजीनियर है बेटा, जांच में ले सकता है विभाग
– राजेश्वर की बेटी आगरा में कोठी होते हुए भी पति के साथ ही रहती है और अधिकतर राजेश्वर के सुरक्षा कर्मियों के साथ घर आती थी। यही कारण था कि आज जब ससुर प्रवीण के यहां रेड पड़ी तो लोगों को पता ही नहीं चला और सब बेटी के आने की बात ही सोचते रहे।
– राजेश्वर की आगरा की कोठी पर नेम प्लेट में सबसे ऊपर राजेश्वर का नाम है और उसके बाद उनके बेटे मनीष यादव और फिर बहू डॉक्टर श्वेता सिंह का नाम लिखा है।
– जानकारी के मुताबिक, राजेश्वर का बेटा पीडब्ल्यूडी में इंजीनियर है।
– विभागीय सूत्रों के अनुसार, राजेश्वर के यहां से करोड़ों के जेवरात व नगदी सहित 200 बीघा से ज्यादा जमीन के कागज बरामद किए गए हैं।
गांववालों ने कहा- इतने कम समय में रंक से राजा बन गया राजेश्वर
– एटा के थाना मारहरा में उनके पैतृक आवास गांव मेहनी मे भी इनकम टैक्स टीम की रेड जारी है।
– गांव के लोगों ने बताया, राजेश्वर सिंह के परिवार की पूर्व में की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी, लेकिन इतने कम समय में राजेश्वर सिंह रंक से राजा बन गए।
– वहीं, अपने भाई गजेंद्र सिंह यादव के नाम व अपने रिश्तेदारों व नजदीकी लोगों के नाम से भी सैकड़ों बीघा जमीन ले रखी है। इनकम टैक्स अधिकारी दस्तावेजों को खंगाल रहे हैं।
– राजेश्वर सपा परिवार के बेहद करीबी हैं। उनके मुलायम सिंह यादव, शिवपाल और रामगोपाल से अच्छे संबंध हैं। इनके परिवार की शादियों में सैफई परिवार के नेताओं का आना-जाना मामूली बात थी।
बेनामी संपत्ति के कई दस्तावेज लगे हाथ
– राजेश्वर सिंह के यहां शुक्रवार सुबह जब आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा, तो अफरा-तफरी का माहौल बन गया। टीम की कार्रवाई जारी है।
– सूत्रों की मानें तो टीम को बहुत सी बेनामी संपत्ति के बारे में अभी तक दस्तावेज हाथ लग चुके हैं। इस कार्रवाई से राजेश्वर सिंह के नजदीकियों में भी हड़कंप मचा हुआ है।
– आगरा के एक विधायक के बन रहे अपार्टमेंट में राजेश्वर और इनके ससुर का पैसा लगने की बात भी सामने आई है। हालांकि, विधायक ने किसी अन्य को एग्रीमेंट कर अपार्टमेंट बनवाना शुरू किया है और उसका सीधा लेनदेन विधायक से नहीं है।
लिखित शिकायत के बाद हुई बड़ी कार्रवाई
– आयकर विभाग के प्रिंसिपल डायरेक्टर इन्वेस्टिगेशन इनकम टैक्स अमरेंद्र कुमार का कहना है कि राजेश्वर की लिखित शिकायत मिली थी, जिसपर सात शहरों में इनके 21 ठिकानों पर रेड की गई है। इनके पास आय से अधिक संपत्ति मिली है। अलग-अलग टीमें जांच में जुटी है। जांच पूरी होने के बाद आगे की जानकारी दे दी जाएगी।
– आगरा के दो नामचीन बड़े ग्रुपों से करीब 101 करोड़ की ब्लैक मनी कराई आयकर विभाग ने सरेंडर करवाई है।
– 26 सितंबर को श्रीबसन्त ग्रुप और बीएनआर ग्रुप पर कार्रवाई की गई थी।
– अकाउंट्स की जांच के बाद सामने आई अघोषित संपत्ति को जब्त किया गया था।
– नोटबंदी की वजह से हमे कई बड़े कालेधन वालों को पकड़ने में सफलता मिली है। अभी कई और भी आयकर की रडार पर हैं, जिन पर भी जल्द कार्रवाई होनी है।