UP: जिस सुभाष ने मासूमों को बनाया था बंधक, उसकी बेटी को IPS ने लिया गोद
कानपुर: फर्रूखाबाद में बेटी के बर्थडे पार्टी के नाम पर 23 बच्चों को अपने घर बुलाकर 12 घंटों तक बंधक बनाए रखने वाले अपहरणकर्ता सुभाष को पुलिस ने मार गिराया था. ग्रामीणों ने सुभाष की पत्नी रूबी को भी गुस्से में पीटा था. बाद में उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी. सुभाष और उसकी पत्नी की मौत हो जाने से उनकी 1 वर्षीय बेटी गौरी अनाथ हो गई थी.
कानपुर रेंज आईजी मोहित अग्रवाल ने गौरी को गोद लिया है. उसकी देखभाल की जिम्मेदारी आईजी खुद उठाएंगे. आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया की सुभाष और रूबी की मृत्यु के बाद 1 साल की गौरी बिल्कुल अकेली हो गई थी, घटना के दो दिन बीतने के बावजूद उसका कोई भी रिश्तेदार उसे लेने नही आया. वह अनाथ और बेसहारा थी. इसलिए उसको गोद लेने का फैसला किया है. गौरी को वह किसी अच्छे स्कूल में पढ़ाएंगे.
मोहित अग्रवाल ने कहा, ‘इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा कि बच्ची खुद को अनाथ न समझे. वह अभी बहुत छोटी है, हम लोग उसका पूरा ध्यान रखेंगे. उसे बड़ा अफसर बनाएंगे. मासूम गौरी की देखरेख और उसके पालन-पोषण की जिम्मेदारी हमने और हमारे विभाग ने ली है. उसे अच्छी शिक्षा-दीक्षा दिलाकर आईपीएस अफसर बनाएंगे.’
जानिए क्या था पूरा मामला?
आपको बता दें फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के करथिया गांव में 30 जनवरी को सुभाष नाम के व्यक्ति ने 23 बच्चों को घर में बंधक बना लिया था. जब सुभाष से ग्रामीणों ने बात करने की कोशिश की तो उसने फायरिंग शुरू कर दी. सूचना मिलने पर पुलिस की टीम ने मोर्चा संभाला.
कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल को तत्काल घटना स्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया गया. एटीएस कमांडो भी मौके पर रवाना हुए. एटीएस और पुलिस ने नौ घंटे तक चली संयुक्त कार्रवाई में सुभाष को रात एक बजे मार गिराया और बच्चों को सुरक्षित मुक्त कराया. ग्रामीणों ने सुभाष की पत्नी को पीट दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.