यूपीओए ने खिलाड़ियों व कोचेज की मदद के लिए सीएम योगी के समक्ष रखी ये मांग
स्पोर्ट्स डेस्क : उत्तर प्रदेश में आंशिक लॉकडाउन की वजह से प्रभावित प्रदेश के प्लेयर्स व प्रशिक्षकों के पक्ष में उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन (यूपीओए) ने मांग रखी है.
सीएम योगी को बुधवार को एक पत्र प्रेषित कर उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ. आनंदेश्वर पाण्डेय ने प्रदेश के प्लेयर्स को डाइट मनी तथा प्रशिक्षकों को गुजारा भत्ता देने की मांग रखी है.
उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव ने बोला कि कोरोना की वजह से पिछले वर्ष मार्च, 2020 से स्पोर्ट्स कॉलेज व हास्टल बंद होने से प्लेयर्स को उचित डाइट नहीं मिल पा रही है जिसकी वजह से उनकी प्रैक्टिस पर असर हो रहा है.
आने वाले टाइम में ओलंपिक के साथ ही एशियाई खेलों में देश का प्रतिनितिधत्व करने के लिए तैयारी में जुटे उभरते सभी प्लेयर्स की प्रैक्टिस उचित डाइट के अभाव में प्रभावित हो रही है.
प्रदेश के स्पोर्ट्स हास्टल व स्पोर्ट्स कॉलेज के साथ ही लम्बे प्रशिक्षण शिविर में रहने वाले प्लेयर अधिकतर गरीब परिवार से आते है, ऐसे में आर्थिक संकट की वजह से उनको उचित खुराक नहीं मिल पा रही है जिससे उनकी प्रैक्टिस पर भी असर हो रहा है.
आनंदेश्वर पाण्डेय ने बोला कि प्रदेश में स्टेडियम के साथ ही स्पोर्ट्स हास्टल व कॉलेज में खेल के प्रशिणक्ष शिविर बंद होने की वजह से प्रशिक्षकों के समक्ष भी संकट पैदा हो गया है. इसका जीवन यापन मुश्किल में है.
यूपी ओलंपिक एसोसिएशन ने बोला है कि केंद्र सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण व भारतीय ओलंपिक संघ ने कोरोना काल में प्लेयर्स की हेल्प के लिए कमेटी बनाई है.
सीएम योगी से अनुरोध है कि उसी तर्ज पर प्रदेश में उत्तर प्रदेश सरकार, खेल निदेशालय, व उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के समन्वय से भी कमेटी का गठन हो.
ये कमेटी ऐसे प्लेयर्स की हेल्प के लिए समीक्षा व संस्तुति करके उनको आर्थिक सहायता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. इससे काफी टाइम से आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे प्लेयर्स को उनकी खुराक के लिए राज्य स्तर व जिला स्तर पर मदद में आसानी होगी.
वर्तमान टाइम में प्लेयर काफी टाइम से अपने घर पर है जहां उनको उचित डाइट नहीं मिल पा रही है यदि उनको उचित डाइट के लिए सहायता मिल जाएगी तो वो इस विषम हालत में भी अपनी प्रैक्टिस जारी रखेंगे.
उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन का सुझाव है कि प्रदेश के स्पोर्ट्स हास्टल, स्पोर्ट्स कॉलेज व कैंप में रहने वाले प्लेयर्स पर जो व्यय होता है. यदि सरकार खुराक पर होने वाली राशि को प्लेयर्स के खाते में भेज दे ये तो वो लोग ट्रेनिंग के लिए अपनी खुराक की व्यवस्था कर सकेंगे.
डा. आनंदेश्वर पाण्डेय ने बोला कि काफी टाइम से बंद चल रहे खेल प्रशिक्षण शिविर बंद होने से प्रदेश में खेल प्रशिक्षक भी बेरोजगार हैं. वही कई पूर्व प्लेयर्स की आर्थिक स्थिति दयनीय है और वो कोरोना की वजह से बीमार है.
ऐसे में सीएम योगी से अनुरोध है कि ऐसे प्लेयर्स व प्रशिक्षकों की राज्य खेलकूद प्रोत्साहन समिति के माध्यम से आर्थिक मदद दिलाएं. इससे इस कोरोना काल में ऐसे प्लेयर्स व कोचेज को इस विषम टाइम में संबल मिलेगा.
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