महू घटना को लेकर सदन में बवाल, FIR कांग्रेस पर अड़ी कांग्रेस, नहीं चला प्रश्नकाल
भोपाल : विधानसभा में शुक्रवार को महू में हुई आदिवासी युवती की मौत और पुलिस फायरिंग में मारे गए युवक को लेकर कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। इस मामले में कांग्रेस का आरोप है कि सरकार पीड़ितों पर ही एफआईआर कर आदिवासियों के साथ अत्याचार कर रही है। गृहमंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेसियों का हंगामा नहीं थमने पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। कांग्रेस के हंगामे के चलते शुक्रवार को प्रश्नकाल नहीं चल सका।
पीड़ितों के खिलाफ एफआईआर को लेकर कांग्रेसियों ने पहले तो जमकर हंगामा किया फिर सदन से वॉकआउट कर गए। शुक्रवार को सदन समवेत होते ही प्रश्नकाल शुरू होने से पहले कांग्रेस ने महू में हुई आदिवासी युवती और पुलिस फायरिंग में आदिवासी की मौत का मामला उठाया। विधायक सज्जन वर्मा ने कहा कि पीड़ितों पर ही एफआईआर कर दी गई, ये अन्याय है। गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आदिवासी युवती की पीएम रिपोर्ट में करंट से मौत होना पाया गया है। रही बात परिजनों पर एफआईआर की है तो वह सीसीटीवी फुटेज पर की गई है।
सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद में सदन से बाहर आने पर विधायक साधो मीडिया के सामने रो पड़ीं। पाचीलाल मेड़ा भी मीडिया के साथ बातचीत में रोने लगे।
दस मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित किए जाने के बाद गृहमंत्री डॉ मिश्रा कांग्रेस विधायकों को पूरे मामले में समझाईश देने का प्रयास करते रहे लेकिन कांग्रेस विधायक सहमत नहीं हुए। इसके बाद जब फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस विधायकों ने शोर शराबा और आदिवासियों पर अत्याचार के आरोप के साथ सरकार को घेरना शुरू कर दिया। इसके चलते विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी।
एक घंटे तक स्थगित रहने के बाद जब फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विधायक विजयलक्ष्मी साधो ने फिर महू मामले में शोर शराबा शुरू कर दिया। इस पर मंत्री नरोत्तम ने कहा कि कांग्रेस लाशों पर राजनीति करना चाहती है। ये ढोंग कर रहे हैं, उन्होंने अध्यक्ष से आगे की कार्यवाही संचालित करने का आग्रह किया। इस पर विधायक सज्जन वर्मा ने कहा कि न्याय के लिए भीख मांगनी पड़ रही है। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस सदन नहीं चलने देना चाहती है।