UPSC CSE 2019: इस बार बढ़ी पदों की संख्या, देखें 10 साल का रिकॉर्ड
संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित होने वाले सिविल सेवा परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही परीक्षा में भाग लेने के इच्छुक उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे. इस बार परीक्षा के माध्यम से 896 उम्मीदवारों का फाइनल चयन किया जाएगा, जिसमें 39 पद नेत्रहीन और तेजाब हमले से पीड़ित दिव्यांगों के लिए आरक्षित है.
इस बार पिछले साल के मुकाबले ज्यादा पदों पर उम्मीदवारों को चयन किया जाएगा. इस साल 896 पदों पर उम्मीदवारों का चयन होगा, जबकि 2018 में 782 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया गया था. पिछले चार सालों से सिविल सेवा परीक्षा से होने वाले भर्तियों की संख्या में लगातार कमी हो रही थी, हालांकि इस बार इस कमी पर रोक लगी है. अगर मोदी सरकार की बात करें तो 2014 में 1364 पदों पर उम्मीदवारों के चयन का नोटिफिकेशन जारी किया गया था, जो संख्या अब 896 तक पहुंच गई है.
अगर पिछले 9-10 सालों की बात करें तो 2018 में यह संख्या सबसे कम थी, जब 782 सीटों के लिए आवेदन मांगे गए थे. वहीं साल 2014 में सबसे ज्यादा 1364 सीटों के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया, लेकिन उसके बाद यह संख्या 2015 में 1164, 2016 में 1079, 2017 में 980 और 2018 में 782 थी. 2014 से पहले 2013 में 1228, 2012 में 1091, 2011 में 880 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे.
ये हैं पिछले साल के आंकड़े, जो बताते हैं कि किस साल में कितने पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे…
साल | पदों की संख्या |
2019 | 896 |
2018 | 782 |
2017 | 980 |
2016 | 1079 |
2015 | 1164 |
2014 | 1364 |
2013 | 1228 |
2012 | 1091 |
2011 | 880 |
2 जून को होगी प्री-परीक्षा
बता दें कि सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन दो जून को होगा और आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग आरक्षण के योग्य उम्मीदवारों को उसका लाभ मिलेगा. सरकार की ओर से जारी की गई जानकारी के अनुसार ‘एससी-एसटी, ओबीसी, आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग और दिव्यांगों को आरक्षण मिलेगा.’ गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने एक फरवरी 2019 से केंद्र सरकार की नौकरियों में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को दस फीसदी आरक्षण लागू करने का फैसला किया था.