US में 150 से भी ज्यादा गर्भवती महिलाएं जीका वायरस की चपेट में
एजेंसी/ जन्मे बच्चे से लेकर बड़े बच्चे तक में पनप रहा जीका वायरस उनके स्वास्थ्य को बूरी तरह प्रभावित कर रहा है। लैटिन अमेरिका के कई देशों को अपनी चपेट में ले चुका जीका वायरस सभी के लिए एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है। इसका असर सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं और अजन्मे बच्चों पर पड़ता है।
इस वायरस की वजह से भ्रूण में मस्तिष्क का विकास रुक जाता है माइक्रोसेफाले नाम का दिमागी बीमारी फैल जाती है। इस वायरस के कारण गर्भ में पल रहे बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है। हाल ही में मिली रिपोर्ट के मुताबिक यूएस में 150 से भी ज्यादा गर्भवती महिलाएं, जीका वायरस की चपेट में आ चुकी हैं।
जीका वायरस के लक्षण
इस वायरस से मनुष्य को बुख़ार, त्वचा पर चकत्ते और आंखों में जलन के साथ मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द की परेशानी रहती है। इसके लक्षण आमतौर पर करीब दो से सात तक रहते हैं।
तलाशी जा रही है वैक्सीन
फ्रेंच ड्रग सनोफी एसए ने ऐलान किया है कि उसने जीका के वायरस को मिटाने के लिए वैक्सीन बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए एक प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया है। कई और कंपनियां वैक्सीन तैयार करने की कोशिश में जुटी हैं।