अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में की 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती, शेयर बाजार में दिखाई दे सकती है तेजी

न्यूयार्क: अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए ब्याज दरों में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती का ऐलान किया है। बताते चलें कि फेडरल रिजर्व ने 4 साल में पहली बार ब्याज दरों में ये कटौती की है। 2 दिनों की फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की मीटिंग के बाद आज फेडरल रिजर्व ने एक बड़ा फैसला लेते हुए ब्याज दरों को 5.25- 5.50 प्रतिशत से घटाकर 4.75-5 प्रतिशत कर दिया है। इस बड़े फैसले के साथ ही गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में अच्छी-खासी तेजी देखने को मिल सकती है।

चेयरमैन जेरोम पॉवेल के नेतृत्व वाले फेडरल रिजर्व ने FOMC स्टेटमेंट में कहा कि अमेरिका में आर्थिक गतिविधियां शानदार तेजी से बढ़ रही हैं। नौकरियों में बढ़ोतरी की स्पीड धीमी हुई है और बेरोजगारी दर बढ़ी है, लेकिन ये अभी भी कम बनी हुई है। इसमें कहा गया है कि महंगाई कमेटी के 2 प्रतिशत के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ी है, लेकिन अभी भी ये कुछ हद तक ऊंची बनी हुई है।

कमेटी का लक्ष्य लंबी अवधि में ज्यादा से ज्यादा रोजगार और महंगाई दर को 2 प्रतिशत पर लेकर आना है। एफओएमसी के स्टेटमेंट में कहा गया है कि महंगाई और जोखिम संतुलन पर प्रगति को ध्यान में रखते हुए कमेटी ने फेडरल फंड रेट के लिए टारगेट रेंज को 0.50 प्रतिशत घटाकर 4.75-5 प्रतिशत करने का फैसला लिया है।

अमेरिकी डॉलर में गिरावट
वहीं दूसरी ओर अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। फेड रिजर्व के फैसले के बाद डॉलर इंडेक्स में 0.54 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है और यह 100.35 के लेवल पर कारोबार कर रहा है। करेंसी एक्सपर्ट के अनुसार डॉलर इंडेक्स 100 के लेवल से नीचे भी आ सकता है। बीते 3 महीनों में डॉलर इंडेक्स में करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है। वहीं बीते एक हफ्ते में डॉलर इंडेक्स में 1.31 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है।

भारत के बाजार पर पड़ेगा पॉजिटिव असर
अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। सबसे ज्यादा असर आईटी और बैंकिंग शेयरों में देखने को मिल सकता है। डॉलर इंडेक्स के गिरने से रुपए में तेजी आएगी।भारत की आईटी कंपनियां टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक जैसी कंपनियों के शेयरों में इजाफा देखने को मिल सकता है। वहीं दूसरी ओर कॉमेक्स पर गोल्ड और सिल्वर की कीमतें रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच चुकी हैं। जिसके असर से भारत के एमसीएक्स बाजार में गोल्ड के दाम रॉकेट बन सकते हैं।

Related Articles

Back to top button