चीनी ऐप्स पाबंदी को अमेरिका ने सही ठहराया, कहा-जरुरी था ऐसा करना
दिल्ली, 1 जुलाई, दस्तक (ब्यूरो): भारत-चीन के बीच गलवान घाटी में तनाव के चलते भारत इन दिनों ड्रैगन को आर्थिक चोट पहुंचाने में लग गया है। वहीं चीन के 59 ऐप्स को बैन करने के फैसले पर भारत को अमेरिका का साथ मिला है। अमेरिका ने भारत की इस कार्रवाई की सराहना की है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि ये कदम भारत की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देगा। आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच इस वक्त तनाव चरम पर है। गलवान घाटी में चीन की करतूत के बाद भारत उसे सबक सिखाने में जुट गया है। सरकार उसे आर्थिक मोर्चे पर चोट पहुंचा रही है। इसी के तहत बीते सोमवार को मोदी सरकार ने चीन के 59 ऐप्स को बैन करने का फैसला लिया। इसमें टिकटॉक, शेयरइट, हेलो, यूसी ब्राउजर और वीचैट जैसे ऐप शामिल हैं।
दुनिया को कोरोना वायरस जैसी महामारी देने वाला चीन हर ओर से घिरा हुआ है। कोरोना को लेकर एक ओर जहां वो अमेरिका के निशाने पर है तो वहीं LAC पर भारत उसकी हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। इसके अलावा साउथ चाइना सी में उसका जापान से तनाव चल रहा है।
LAC पर चीन के साथ तनाव को लेकर अमेरिका भारत के साथ खड़ा है। गलवान घाटी में शहीद हुए भारत के 20 सैनिकों को अमेरिका ने श्रद्धांजलि भी दी। अमेरिका की ओर से बयान भी आ चुका है कि वह मामले पर नजर बनाया हुआ है।