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अमेरिकी सांसदों का संकल्प: भारत के साथ मजबूत संबंध, चीन को बताया ‘बड़ा खतरा’

वाशिंगटन: अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने कहा कि चीन द्वारा दुनिया के समक्ष पेश किए जा रहे ‘‘बड़े खतरे” को देखते हुए भारत के साथ संबंधों को मजबूत करना और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। कांग्रेस सदस्य एलेन गुडमैन लुरिया ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के जश्न समारोह में भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने सशस्त्र सेवा समिति में काम किया और वाकई यह समझती हूं कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते कितने अहम हैं।” वह प्रतिनिधि सभा में वर्जीनिया के दूसरी कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करती हैं।

गौरतलब है कि 75 भारतीय-अमेरिकी संगठन 1947 के बाद की भारत की यात्रा की ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए यहां एकत्रित हुए। कैलिफोर्निया के 48वीं कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से कांग्रेस सदस्य मिशेच युंजू स्टील ने कहा, ‘‘कई भारतीय-अमेरिकी असल में कैलिफोर्निया का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और मुझे इस पर बहुत गर्व है। हम एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि चीन दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें केवल एक चीज जानने की जरूरत है कि चीन बहुत बड़ा खतरा है…बहुत स्वार्थी ढंग से वे पूरी दुनिया में अपना दबदबा बनाना चाहते हैं। दुनिया पर पूरी तरह अपनी हुकूमत जमाने तक वे चुप नहीं बैठने वाले हैं। इसे देखते हुए पहले के मुकाबले (अमेरिका भारत का) यह रिश्ता कहीं महत्वपूर्ण है।”

अमेरिकी संसद में चार भारतीय-अमेरिकियों में से एक कांग्रेस सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि भारत का सबसे बड़ा निर्यात भारतीय-अमेरिकी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत के बारे में सब कुछ जानते हैं कि उसने कहां से शुरुआत की और अब किस स्थिति में है। हम जानते हैं कि यह दुनिया में सबसे तेजी से उभर रही बड़ी अर्थव्यवस्था है। हम उसके बड़े प्रौद्योगिकी विकास, बड़े कृषि विकास और नवोन्मेष के बारे में जानते हैं। उसका सबसे बड़ा निर्यात आपके अलावा और कुछ नहीं है।”

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