US: राष्ट्रपति बाइडन की दो टूक- चुनावी साल में हिंसा का खतरा, सावधानी जरूरी
वॉशिंगटन : पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्राइम टाइम संबोधन में कहा कि ‘यह समय शांत रहने का है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा अधिकारियों ने चुनावी वर्ष में हिंसा के जोखिम की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन सम्मेलन कल से शुरू होगा। मुझे कोई संदेह नहीं है कि वे मेरे रिकॉर्ड की आलोचना करेंगे और इस देश के लिए अपना दृष्टिकोण पेश करेंगे। उन्होंने कहा, लोकतांत्रिक व्यवस्था में शांतिपूर्ण ढंग से काम होना चाहिए। बकौल बाइडन, हम बहस करते हैं और असहमत होते हैं। हम उम्मीदवारों के चरित्र, रिकॉर्ड, मुद्दों, एजेंडे और विजन की तुलना भी करते हैं। हम मतदान का सहारा लेते हैं, गोलियों का नहीं। अमेरिका को बदलने की शक्ति हमेशा आम लोगों के हाथों में होनी चाहिए, न कि संभावित हत्यारों के हाथों में। राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, प्रतिस्पर्धा के बावजूद सभी जानते हैं कि आगे का रास्ता हमेशा शांतिपूर्ण तरीका ही है, न कि हिंसक कृत्यों के माध्यम से भय व्याप्त करना। उन्होंने अमेरिका को पृथ्वी का सबसे महान देश करार दिया और कहा कि उन्हें यहां रहने का मौका मिला, इस बात के लिए वे हमेशा कृतज्ञ रहेंगे।
इसी बीच चुनावी गतिविधि से जुड़ी एपी की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप गोली लगने के एक दिन बाद ही रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के लिए मिल्वौकी पहुंच चुके हैं। दूसरी तरफ बाइडन ने कहा कि वे भी इस सप्ताह फिर से चुनाव प्रचार में उतरेंगे। डेमोक्रेट्स ट्रंप की रैली पर हमले के बाद मंगलवार को फिर से चुनाव प्रचार शुरू करेंगे। बाइडन ने कहा कि वे डेमोक्रेट प्रत्याशी के रूप में अपने ट्रैक रिकॉर्ड और भावी नीतियों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने साफ किया कि वे लोकतंत्र के लिए दृढ़ता से बोलना जारी रखेंगे। देश में संविधान और कानून के शासन के लिए खड़े होने की अपील करते हुए बाइडन ने मतदाताओं से कहा कि लोकतंत्र में गोली से नहीं वोट से बदलाव लाए जाते हैं। देश की सड़कों पर कोई हिंसा नहीं होनी चाहिए।
रिपब्लिकन खेमे के नेता और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप पर पेंसिलवेनिया में गोली चलाए जाने की घटना का जिक्र करते हुए बाइडन ने कहा, ‘आज रात, मैं उस बारे में बात करना चाहता हूं। एक पूर्व राष्ट्रपति को गोली मारी गई, और एक अमेरिकी नागरिक की हत्या कर दी गई। नागरिक अपनी पसंद के उम्मीदवार का समर्थन करने की अपनी स्वतंत्रता के तहत ट्रंप की रैली में था। प्रयोग कर रहा था। हम अमेरिका में इस रास्ते पर नहीं जा सकते।
हिंसा कभी किसी समस्या का जवाब नहीं। बात चाहे डेमोक्रेट या रिपब्लिकन खेमे के नेताओं को निशाना बनाकर गोली मारने की हो या 6 जनवरी को कैपिटोल पर भड़की हिंसा का। कुछ भी स्वीकार नहीं। बाइडन ने अमेरिकी संसद की पूर्व स्पीकर नैन्सी पेलोसी के पति पर हुए क्रूर हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चुनाव अधिकारियों को धमकी, मौजूदा गवर्नर के अपहरण की साजिश, और डोनाल्ड ट्रंप की हत्या के प्रयास जैसी घटनाओं की अमेरिका में कोई जगह नहीं है। इनमें कोई अपवाद नहीं हो सकते।