रूस के खुफिया विमान से टेंशन में अमेरिका, 650 किमी दूर तक ‘सूंघ’ लेगा हवाई लक्ष्य
वॉशिंगटन: यूक्रेन के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका इन दिनों रूस के एक नए खुफिया विमान से टेंशन में है। रूस का यह नया विमान हवा में उड़ते हुए 650 किलोमीटर दूर तक किसी भी हवाई लक्ष्य का पता लगा सकता है। इतना ही नहीं, जमीन पर 300 किलोमीटर तक के इलाके में चप्पे-चप्पे की निगरानी भी कर सकता है। ऐसे में एस-500 मिसाइल सिस्टम के खतरों से निपटने में जुटे अमेरिका के लिए इस हथियार से एक नई समस्या पैदा हो गई है।
हथियार का नाम बेरीव ए-50यू अवाक्स
नेशनल इंट्रेस्ट में छपी रिपोर्ट के अनुसार, इस विमान का नाम बेरीव ए-50यू अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स) है। यह रूस के ‘फ्लाइंग रडार’ के नाम से मशहूर ए-50 टोही विमान का मॉर्डनाइज्ड वर्जन है। युद्ध के दौरान यह अवाक्स रूस की सैन्य खुफिया क्षमता को कई गुना बढ़ाने में सक्षम है। यह न सिर्फ जमीन, बल्कि हवा में भी दुश्मनों की हर हरकत पर बारीक नजर रख सकता है। इसके अलावा यह अवाक्स कंट्रोल स्टेशन और दूसरे हमलावर यूनिट्स को भी सटीक सूचना पहुंचा सकता है।
650 किमी दूर तक ढूंढ लेगा लक्ष्य
बेरीव ए-50यू अवाक्स 300 किमी तक की दूरी पर जमीनी लक्ष्य और 650 किमी दूर तक हवाई लक्ष्यों को ट्रैक करने की क्षमता रखता है। इस जहाज के ऊपर मशरूम के आकार का Shmel-M रोटेटिंग रडार ट्रैकिंग सिस्टम लगा हुआ है। यह नया रडार कॉम्प्लेक्स 1000 किमी तक की दूरी पर लॉन्च हुई किसी भी मिसाइल को डिटेक्ट कर सकता है।
एक साथ 300 लक्ष्यों को कर सकता है ट्रैक
यह सिस्टम लगभग 300 जमीनी लक्ष्यों या चालीस हवाई लक्ष्यों को एक साथ ट्रैक कर सकता है। A-50U में इसके ऑनबोर्ड रेडियो-इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के कम आकार और वजन के कारण विमान के इंजन पर कम लोड पड़ता है। इस कारण यह विमान पुराने अवाक्स A-50 की तुलना में कम से कम 15 से 20 फीसदी तक ज्यादा देर हवा में मंडरा सकता है।
Il-76MD विमान पर लगा है यह रडार
A-50U सोवियत युग के एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट A-50 का अपग्रेड वर्जन है। इसे पहली बार 1980 के दशक के अंत में रूसी वायु सेना में कमीशन किया गया था। इस अवाक्स सिस्टम को इल्यूशिन Il-76MD मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के ऊपर माउंट किया गया है। चार टर्बोफैन इंजन वाले इस रणनीतिक विमान को इलुशिन डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है।