US ने चीनी मोबाइल कंपनी हुवावे पर फिर से लगाए नए आरोप
चीनी मोबाइल कंपनी हुवावे के खिलाफ अमेरिकी मुहिम और तेज़ हो गई है। अमेरिका ने हुवावे और उसकी सहयोगी कंपनियों के खिलाफ नए आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। दुनिया में हुवावे के बढ़ते असर और 5 जी को लेकर तकनीक मुहैया कराने में तमाम देशों के साथ समझौते कर रही इस कंपनी पर अमेरिका की कई मोबाइल कंपनियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं और उनकी तकनीक चोरी करने का मामला दर्ज कराया है। अमेरिकी मोबाइल कंपनियों ने हुवावे पर 2009 में ईरान को सर्विलांस के तमाम उपकरण मुहैया कराने का भी आरोप लगाया है जिसके जरिये तेहरान में सरकार विरोधी आंदोलन में लगे प्रदशर्नकारियों पर निगरानी रखी गई थी। यही काम चीनी कंपनी उत्तरी कोरिया में भी कर रही है। उधर हुवावे ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए खंडन किया है।
दरअसल ट्रंप प्रशासन ने शुरु से ही हुवावे के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है और पूरी दुनिया को कई बार आगाह कर चुके हैं कि हुवावे के साथ व्यापारिक समझौता करना अपनी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। अमेरिका पश्चिमी देशों के बीच यह समहति बनाने में लगा है कि सुरक्षा के नज़रिये से इस पनी के साथ किसी भी तरह का रिश्ता न रखा जाए। हुवावे मोबाइल की नई तकनीक और उपकरण मुहैया कराने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है लेकिन पिछले कई सालों से वह अमेरिकी देशों के ट्रेड सीक्रेट चुराने के आरोपों से घिरी है।