जीवनशैलीस्वास्थ्य

स्वास्थ्य संबंधी इन समस्याओं के लिए रामबाण है नीलगिरी के पत्ते, इस तरह करें इस्तेमाल

नई दिल्ली : नीलगिरी का पेड़ एक सदाबहार पेड़ होता है. यह भारत ही नहीं विदेश में भी पाया जाता है. यह पेड़ मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलियन है. आपको बता दें कि ये पेड़ स्वास्थ्य के लिए काफी उपयोगी और कई बीमारियों को दूर करने वाला होता है. इस पेड़ के पत्तों से कई तरह से संक्रमण के लक्षणों जैसे- सर्दी, खांदी जुकाम को घर पर ही आसानी से कम किया सकता है. इसके अलावा भी ये जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द की समस्याओं के लिए रामबाण है.

यूकेलिप्टस यानी नीलगिरी के पत्तों का इस्तेमाल अस्थमा (Asthma) और सांस से जुड़ी समस्याओं (Breathing Problems) को ठीक करने के लिए भी किया जाता है. अस्थमा एक बड़ी समस्या है, इसका अटैक काफी खतरनाक होता है. ऐसे में आज हम आपको नीलगिरी के फायदों के बारे में बताएं-

सर्दी और जुकाम जैसी समस्याओं का सामना हम अक्सर करते ही रहते हैं, ऐसे में इन समस्याओं को दूर करने के लिए नीलगिरी काफी फायदेमंद माना जाता है. गले में खराश, साइनसाइटिस और ब्रोंकाइटिस आदि अगर है को नीलगिरी की जाती पत्तियां राहत दिलाने का काम करती हैं.ये सर्दी की समस्या में यह एक काफी प्रसिद्ध घरेलू उपाय है.अगर काफी वक्त से कफ जमा है तो यह कफ को जड़ से खत्म करने में आपकी मदद कर सकता है. इसके अलावा खांसी के लिए भी ये उपयोगी माना जाता है.

नीलगिरी यानी कि यूकेलिप्टस के पत्तों का सेवन हर्बल टी के रूप में अक्सर किया जाता है, लेकिन आपको बता दें कि अगर आप नियम से नीलगिरी की चाय पीते हैं, तो इससे सांस और संक्रमण की समस्या को आप आसानी से खुद से दूर कर सकते हैं. नीलगिरी के पत्तों की चाय को तैयार करने के लिए सबसे पहले नीलगिरी के पत्तों को अच्छी तरह से साफ करें और फिर पानी में इन पत्तियों को अच्छी तरह से उबालें. जब पानी आधा रह जाए तो छानकर गुनगुना होने पर पिएं.

कफ या फिर गले में अगर भारीपन महसूस हो रहा हो तो पर आप नीलगिरी से गरारा कर सकते हैं. बता दें कि गरारा करने से जुकाम और नाक बंद की समस्या भी दूर हो जाती है. इसका गरारा करने के लिए आपको गरम पानी में नीलगिरी की कुछ पत्तियां डालनी होंगी और फिर इस पानी से गरारा करने से काफी राहत मिलेगी.

दांतों को स्वस्थ रखने के लिए भी नीलगिरी काफी मदद कर सकता है.आप इसका उपयोग माउथवॉश के रूप में कर सकते हैं. दरअसल नीलगिरी दांतों में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने में काफी सक्रिय होता है. इसके अलावा फंगल संक्रमण और घाव को दूर करने में भी यह आपकी मदद कर सकता है. साथ ही ये मांसपेशियों और हड्डियों के दर्द को दूर करने का भी काम करता है.

Related Articles

Back to top button