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यूटेटे-3 : पुनेरी पल्टन की उम्मीदें खत्म, गोवा प्लेऑफ़ में पहुंचा
नई दिल्ली, 7 अगस्त । गोवा चैलेजर्स ने अल्टीमेट टेबल टेनिस लीग (यूटेटे) के तीसरे सीजन के प्लेऑफ़ में जगह बना ली है। बुधवार को यहां के त्यागराज स्टेडियम में उसका सामना पुनेरी पल्टन से हुआ, जिससे उसने आगे जाने के लिए जरूरी अंक हासिल किए। पुणे की टीम प्लेऑफ़ की दौड़ से बाहर हो गई है। दिन का पहला मुकाबला महिला एकल था, जिसमें गोवा चैलेंजर्स की चेंग आई चिंग ने पुनेरी पल्टन की आहिया मुखर्जी को 3-0 से हराकर अपनी टीम को अहम बढ़त दिलाई। चेंग ने यह मैच 11-8, 11-1 और 11-5 से जीता। पहले गेम में दोनों खिलाड़ी एक समय 6-6 की बराबरी पर थीं लेकिन इसके बाद चेंग ने गियर बदला ओर यह सेट 11-8 से अपने नाम कर अपनी टीम को पहला अंक दिलाया।
दूसरे गेम में हालांकि चेंग ने आहिया को कोई मौका नहीं दिया और यह गेम 11-1 से अपने नाम कर 2-0 की बढ़त हासिल कर ली। लगातार दो गेम गंवाने के बाद आहिया का मनोबल टूट चुका था और इसी का फायदा उठाकर चेंग ने तीसरा गेम 11-5 से जीतकर मैच 3-0 से अपने नाम कर लिया। इसके बाद पुरुष एकल मैच खेला गया। इस मुकाबले में अल्वारो रोबल्स ने गोवा का प्रतिनिधित्व किया जबकि चुआंग चिह युआंग ने पुणे की कमान सम्भाली। चुआंग ने यह मुकाबला 2-1 (11-9, 10-11, 11-5) से जीतते हुए अपनी टीम को दो अंक दिलाए। चुआंग ने पहला गेम 11-9 जीतते हुए पुणे का अंकों का खाता खोला लेकिन दूसरे गेम में रोबल्स ने 11-10 से बाजी मारते हुए गोवा को 4-1 से आगे कर दिया। चुआंग ने हालांकि तीसरे गेम में रोबल्स को कोई मौका नहीं दिया और इसे 11-5 से जीतते हुए अपनी टीम को दूसरा अंक दिलाया। अगला मुकाबला मिश्रित युगल था, जिसमें पुणे के लिए चुआंग और आहिया तथा गोवा के एंथोनी अमलराज और चेंग के बीच सामना हुआ। एंथोनी और चेंग ने यह मुकाबला 2-1 (11-7, 9-11, 11-7) से जीत लिया। एंथोनी और चेंग ने पहला गेम 11-7 जीतते हुए अपनी टीम का प्लेआॅफ में पहुंचना तय कर दिया और इसी के साथ पुणे की टीम अंक तालिका में मौजूदा स्थिति के आधार पर प्लेऑफ़ की दौड़ से बाहर हो गई। चुआंग और आहिया ने दूसरा गेम 11-9 से अपने नाम करते हुए अपनी टीम को अंक दिलाया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी क्योंकि इस मैच को जीतकर भी पुणे के लिए आगे जाने की कोई सम्भावना नही थी। तीसरा गेम एंथोनी और चेंग ने 11-7 से जीतकर मुकाबला 2-1 से अपने नाम कर लिया और अंतिम दो मैच खेले बिना ही उसने सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली।